गन्ने की पत्ती जलाने पर लगे प्रतिबंध के विरोध में किसानो ने धरना दिया

नकुड [24 सिटी न्यूज़] भारतीय किसान युनियन जनशक्ति ने सरकार द्वारा गन्ने का भाव न बढाने व गन्ने की पत्ती जलाने पर प्रतिबंध लगाये जाने के विरोध में तहसील मुख्यालय पर धरना दिया। चेताया कि यदि प्रतिबंध नही हटाया गया किसान आन्दोलन करने से भी पीछे नही हटेगे।

इस मौके पर भाकियु जनशक्ति के बैनर तले किसानों ने तहसील के मुख्य द्वार पर धरना दिया। इस मौके पर किसान नेताओ ने कहा कि सरकार ने गन्ने की पत्ती जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया। पंरतु कारखानो द्वारा उगले जाने वाले धूंए पर कोई रोक नही लगायी। ईंट भटटो पर खुले आम रबर व प्लास्टिक जलाकर पर्यावरण को नुकसान पंहुचाया जा रहा है। अधिकारी इन भटटो से नियमित वसूली कर उन्हे रबर जलान की छूट दे रहे है। पंरतु किसानों को पत्ती जलाने के अपराध मे जेल भेजा जा रहा है।

वक्ताओ ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गन्ना मूल्य न बढाकर साफ कर दिया है कि उसकी नीतियां किसान विरोधी है। गन्ने की लागत बढ रही है। परंतु प्रदेश सरकार ने गन्ने का मूल्य नही बढाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार चीनी लाबी के दबाव में काम कर रही है। उन्होंने तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार पर चिंता जतायी कहा कि तहसील मे किसानों का शोषण हो रहा है जिसे बर्दाश्त नही किया जा सकता। किसानो ने चेतावनी दी कि यदि गन्ने की पत्ती जलाने पर लगा प्रतिबंध नही  हटाया गया तथा गन्ना मूल्य नंही बढा तो किसान जन आन्दोलन करेगे।

इस मौके पर चौ. विक्रम सिंह, सुशील, भोपाल सिह, अहसान, कंवरपाल सिंह, ताहिर, जगत सिंह, आजाद, राजपाल सिंह, छोटा, इकबाल, पींटु, सोनी, महक सिंह, श्याम सिंह आदि किसान उपस्थित रहे।

 

 

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