भुवनेश्‍वर । ओडिशा सरकार ने पिछले साल की तरह इस साल भी जगन्नाथ धाम पुरी में होने वाली महाप्रभु जगन्नाथ जी की विश्व प्रसिद्ध पर प्रतिबंध जारी किया है। पुरी के अलावा राज्य के अन्य किसी भी जगह पर महाप्रभु की रथयात्रा नहीं निकाली जाएगी। विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना ने गुरुवार को यह जानकारी दी है। कोरोना स्थिति को ध्यान में रखते हुए सामान्य लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है।

रथयात्रा में श्रद्धालुओं को शामिल होने की अनुमति नहीं मिलेगी। केवल सेवक ही रथयात्रा में नियोजित होंगे। इन सेवकों के लिए भ नियम बनाया गया है। जो सेवक दो डोज टीका ले चुके हैं या फिर रथयात्रा से 48 घंटे पहले की जिनके पास आरटीपीसीआर रिपोर्ट होगी, उन्हें ही रथयात्रा में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। विशेष राहत आयुक्त ने कहा है कि पिछले साल की तरह इस साल भी प्रतिबंध के बीच पुरी में रथयात्रा निकाली जाएगी। विशेष राहत आयुक्त ने कहा है कि पिछले साल की ही तरह इस साल भी पुरी में रथयात्रा में कर्फ्यू लगाया जाएगा। पुरी के लिए बस एवं गाड़ियों के आवागमन को बंद कर दिया जाएगा।

मंदिर परिसर में रीति-नीति होगी सम्पन्न

विशेष राहत आयुक्त ने कहा है कि राज्य में अन्य सभी मंदिर में रथयात्रा नहीं निकाली जाएगी, मगर रीति नीति सम्पन्न करने की अनुमति दी गई है। मंदिर परिसर में रीति-नीति को सम्पन्न किया जा सकेगा। हालांकि मंदिर के बाहर कुछ भी कार्यकलाप नहीं होगा। विशेष राहत आयुक्त ने कहा है कि उसी तरह से पुरी रथयात्रा का सीधा प्रसारण का दायित्व राज्य सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के पास होगा। उन्होंने कहा है कि सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से अन्य चैनल फीड ले सकेंगे। उन्हें खुद सीधा प्रसारण की व्यवस्था करने की जरूरत नहीं है। उसी तरह से रथयात्रा की तस्वीर के लिए जिला प्रशासन के साथ चर्चा कर व्यवस्था की जाएगी।यहां उल्लेखनीय है कि महाप्रभु जगन्नाथ जी की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा 12 जुलाई को है।

चल रही है कोरोना की दूसरी लहर  

यहां उल्लेखनीय है कि पिछले साल रथयात्रा के समय राज्य में कोरोना की पहली लहर चल रही थी और वर्तमान समय में दूसरी लहर चल रही । पिछले कुछ दिनों से दैनिक संक्रमण की संख्या में काफी कमी आयी है, परन्तु स्थिति स्वभाविक नहीं हुई है। अब भी दैनिक संक्रमण 6 हजार से अधिक है। राज्य में तीसरी लहर तीसरे चरण का लाॅकडाउन लगाया गया है जो कि 17 जून तक है। आगामी सप्ताह में स्थिति और सुधरने की उम्मीद की जा रही है। स्थिति को देखकर सरकार 17 तारीख के बाद लाॅकडाउन का रहेगा या हटाया जाएगा, निर्णय लेगी।