भीम आर्मी चीफ ने बनाई आजाद समाज पार्टी, बीएसपी के कई नेता हुए शामिल

भीम आर्मी चीफ ने बनाई आजाद समाज पार्टी, बीएसपी के कई नेता हुए शामिल
हाइलाइट्स
  • भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने ‘आजाद समाज पार्टी’ के नाम से अपनी नई राजनीतिक पार्टी बनाई है
  • चंद्रशेखर ने बीएसपी के संस्थापक की जयंती के मौके को नए राजनीतिक दल को लॉन्च करने के लिए चुना
  • नोएडा के सेक्टर 51 स्थित अशोका वाइट फार्म में आयोजित एक समारोह के दौरान उन्होंने अपनी पार्टी लॉन्च की
  • इस दौरान बीएसपी के करीब 15 पूर्व विधायक और 3 पूर्व सांसदों ने भी नए राजनीतिक दल की सदस्यता ली है

नोएडा
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने रविवार को ‘आजाद समाज पार्टी’ के नाम से अपना नया दल बनाया है। चंद्रशेखर ने बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के संस्थापक कांशीराम की जयंती के मौके को नए राजनीतिक दल को लॉन्च करने के लिए चुना। नोएडा के सेक्टर 51 स्थित अशोका वाइट फार्म में आयोजित एक समारोह के दौरान उन्होंने अपनी पार्टी लॉन्च की।

खबर है कि इस दौरान बीएसपी के करीब 15 पूर्व विधायक और 3 पूर्व सांसदों ने भी नए राजनीतिक दल की सदस्यता ली है। हालांकि अपने नेताओं के चंद्रशेखर के पाले में जाने पर मायावती भड़क गईं। उन्होंने एक बयान जारी कर इशारों में चंद्रशेखर और पार्टी छोड़कर जा चुके नेताओं को जमकर निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, ‘अलग-अलग संगठन और पार्टी बनाकर इन दुखी और पीड़ित लोगों को बांटने में लगे लोगों से इन वर्गों (दलित) को कोई फायदा नहीं होगा। ऐसा करने से विरोधी पार्टियों की फूट डालो और राज करो की नीति जरूर कामयाब हो जाएगी।’


पहले रद्द की हॉल की अनुमति, विरोध के बाद दी इजाजत

दिलचस्प है कि पार्टी लॉन्च करने से पहले चंद्रशेखर ने ट्विटर पर अपने आधिकारिक अकाउंट पर कांशीराम की तस्वीर लगाई है। पार्टी लॉन्च करने के बाद उन्होंने ट्विटर प्रोफाइल की कवर फोटो को बदलकर भी ‘आजाद समाज पार्टी’ का बैनर लगाया है। उधर भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की नई पार्टी के ऐलान से पहले यूपी में टकराव की स्थिति बनते-बनते रह गई। रविवार को कांशीराम के जन्मदिन के मौके पर चंद्रशेखर आजाद के कार्यक्रम को मिली अनुमति को एक दिन पहले नोटिस चस्पा कर प्रशासन ने रद्द कर दिया था। बाद में कार्यकर्ताओं के कार्यक्रम आयोजित करने की जिद को देखते हुए पुलिस ने कार्यक्रम की इजाजत दे दी।

कोरोना वायरस का हवाला देकर रद्द की थी अनुमति
नोटिस में कहा गया था कि मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश सरकार राजेंद्र तिवारी और गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी के निर्देश के मुताबिक कोरोना वायरस के मद्देनजर जारी निर्देशों के तहत जनसभा का आयोजन संभव नहीं है। जनसभा में भीड़ होती है जिससे संक्रमण का खतरा होता है। ऐसे में लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ेगा। इस वजह से कार्यक्रम को अनुमति देना संभव नहीं है।

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