भाकियु की मासिक पंचायत मे किसानो ने पराली जलाने के नाम पर प्रशासन पर लगाया उत्पीडन का आरोप

भाकियु की मासिक पंचायत मे किसानो ने पराली जलाने के नाम पर प्रशासन पर लगाया उत्पीडन का आरोप
पंचायत मे उपस्थित किसान

कहा इंट भट्टो पर खुले आम जलायी जा रही रबर व प्लास्टिक

नकुड [इंद्रेश]। भारतीय किसान युनियन ने पराली व गन्ने की पत्ती जलाने पर प्रशासन द्वारा किसानो के खिलाफ मुकदमे दर्ज करने पर गहरी नाजरागी जतायी है। युनियन ने भट्टो पर जलायी जा रही रबर व प्लास्टिक के धुंए को अधिक खतरनाक बताते हुए प्रशासन पर पक्षपातपूर्ण ढंग से कार्रवाई करने का आरोप लगाया।

यंहा विकास खंड कार्यालय परिसर मे आयोजित मासिक पंचायत मे किसानो ने कहा कि पराली व गन्ने की पत्ती जलाने के नाम पर किसानो का उत्पीडन किया जा रहा है। जबकि ईट भट्टो में प्रतिदिन सैंकडो कुंतल रबर मे प्लास्टिक खुले आम जलायी जा रही है। जिसका धुंआ पर्यावरण के लिये जहर का काम कर रहा है। प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी इन भट्टो से नियमित अवैध उगाही कर उन्हे रबर व प्लास्टिक जलाने की खुली छूट दे रहे है। यही वजह है कि रबर व प्लास्टिक जलने से होने वाला प्रदुषण न तो प्रशासन को नजर आ रहा है ओर न ही प्रदुषण निंयत्रण बोर्ड को।

किसानों ने प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना मूल्य न बढाने को किसान विरोधी नीति का परिणाम बताया कहा कि ऐसे मे जबकि गन्ने की खेती लगातार महंगी होती जा रही है ऐसे मे सरकार का रवैयया निराशाजनक है। बैठक में किसानो ने बकाया बिजली बिलों की वसूली के लिये आरसी काटने पर गहरा रोष जताया। साथ ही नगर मे हो रहे अतिक्रमण पर भी असंतोष व्यक्त किया।

बैठक में जानकारी दी गयी कि आगामी 21 दिसंबर को किसानों की समस्याओं को लेकर प्रदेशभर में हलक्राति प्रदर्शन होगा। बैठक के बाद किसानो ने अपनी मांगो को लेकर एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी पीएस राणा को दिया। इस मौके पर श्याम सिंह, नरेश चौधरी, नेत्रपाल, तहसील अध्यक्ष देशपालसिंह, संजय चैधरी, सिताब सिंह, अर्जुन सिंह, शेखर, विश्वास, साहब सिंह आदि उपस्थित रहे।

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