Support Agnipath: अग्निपथ के समर्थन में आए रविशंकर, योगगुरु रामदेव और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच
- आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और योग गुरु स्वामी रामदेव ने अग्निपथ योजना का समर्थन किया है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने भी मुस्लिम युवाओं से अग्निवीर बनने का आह्वान किया है। जानें किसने क्या बात कही है …
नई दिल्ली। आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और योग गुरु स्वामी रामदेव ने अग्निपथ योजना का समर्थन किया है। साथ ही, प्रदर्शन कर रहे युवाओं से अपील की कि किसी बहकावे में न आएं और योजना को लाभ उठाएं। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) ने भी मुस्लिम युवाओं से अग्निवीर बनने का आह्वान किया है। एमआरएम ने कहा है कि अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती के लिए मुस्लिम युवाओं को तैयारी में जुट जाना चाहिए। देश की सेवा का इससे बेहतरीन मौका उन्हें नहीं मिलने वाला है।
युवाओं के लिए सुअवसर
श्री श्री रविशंकर ने ट्वीट कर कहा कि देश की रक्षा के लिए समर्पित और त्याग के मनोभाव से निकले हुए युवाओं के लिए यह एक सुअवसर है। बहकावे में न आएं, योजना को ठीक-ठीक समझें और मिलने वाली सुविधाओं और प्रक्षिशण से स्व तथा राष्ट्र का हित करे।
युवाओं से धैर्य रखने का आह्वान
योग गुरु स्वामी रामदेव ने युवाओं से धैर्य रखने का आह्वान करते हुए कहा कि देश की संपदा फूंककर देश की सेवा नहीं की जा सकती है। यदि विरोध करना ही है तो अहिंसक तरीके से किया जाए। योजना का विरोध कर रहे लोगों को आड़े हाथों लेते हुए रामदेव ने कहा कि अग्निपथ पर नहीं योग पथ पर चलें, क्योंकि जो योग पथ पर चलता है, वह विरोध भी करता है तो अहिंसक विरोध करता है।
अहिंसक आंदोलन होने चाहिए
योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि योगपथ पर आंदोलन भी अहिंसक होता है। अहिंसक आंदोलन होने चाहिए। कहा कि अग्निपथ योजना में भी जो संशोधन आवश्यक हैं, सरकार करेगी। आग लगाने से, ट्रेन जलाने से देश का नुकसान होता है। यह राष्ट्रीय संपत्ति का नुकसान है। किसी भी युवा को यह नहीं करना चाहिए।
अग्निपथ योजना लाभकारी, कुछ लोग कर रहे भ्रमित : नकवी
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि अग्निपथ योजना नौजवानों के लिए लाभकारी और देश हित में है। कुछ लोग उन्हें भ्रमित कर रहे हैं। ऐसे लोगों का अस्तित्व जल्द ही खत्म हो जाएगा।
एमआएम ने कहा, अग्निवीर बनें मुस्लिम युवा
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) दिल्ली के संयोजक हाफिज मोहम्मद साबरीन ने कहा कि यह योजना देश की सेवा के साथ आर्थिक रूप से पिछड़े घरों के युवाओं के लिए काफी बेहतर है, क्योंकि चार साल शिक्षा, भोजन, वस्त्र व आवास के साथ शारीरिक व शस्त्र प्रशिक्षण के बाद आगे के जीवन के लिए तकरीबन 20 लाख रुपये मिलेंगे। उसमें भी जो बेहतर होंगे, वे सेवा में स्थायी होंगे। इसलिए किसी के बहकावे में आने से बचते हुए खुद और देश के बारे में सोचना चाहिए। ऐसे में जो भी मुस्लिम युवा खुद को शारीरिक रूप से फिट समझते हैं वे तैयारी में जुट जाएं। वैसे भी यह योजना ऐच्छिक है।
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