कोरोना मीटर: मुजफ्फरनगर में चार श्रमिक मिले कोरोना पाॅजिटिव, मेरठ में व्यापारियों ने हाथ जोड़कर की बाजार खोलने की मांग

पश्चिमी यूपी में कोरोना के कहर से अभी राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। मुजफ्फरनगर जनपद में मंगलवार को चार प्रवासी श्रमिक कोरोना पाॅजिटिव मिले हैं। उधर, मेरठ में लाॅकडाउन के बीच व्यापारियों ने प्रशासन से हाथ जोड़कर दुकानें खोलने की इजाजत मांगी। बागपत और शामली में हालांकि आज नए मरीज नहीं मिले हैं लेकिन अभी राहत के आसार नहीं दिख रहे हैं। आगे जानें किस जिले में ईद के बाद मंगलवार को कैसा रहा माहौल:-

कोरोना वायरस के संक्रमण से मेरठ में 23वीं मौत हो गई। मिष्ठान और कपड़ा व्यापारी विपिन रस्तोगी 62 की मौत के बाद आई रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई। सोमवार को विपिन रस्तोगी समेत तीन लोग संक्रमित पाए गए हैं। मेरठ में अब तक 376 संक्रमित मिल चुके हैंए जिनमें 23 की मौत हो चुकी हैए 233 लोग स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके हैं।
उधर, शहर के बाजार खोला जाए, इसके लिए संयुक्त व्यापार संघ के दोनों गुट नवीन गुप्ता अजय गुप्ता सहमत हैं लेकिन इन दोनों गुटों की अलग अलग शर्ते हैं। एक गुट वन डे, वन ट्रेड पर सहमत है तो दूसरा गुट सभी ट्रेड के बाजार एक साथ खोलने के पक्ष में है। ऐसे में शहर का व्यापारी इस समय असमंजस में है।

दोनों ही संगठन व्यापारियों के हितों की बात कर रहे हैं लेकिन व्यापारी नहीं समझ पा रहा कि वह किस गुट की बात बात माने। हालांकि, व्यापारियों का एक बड़ा तबका यही मानकर चल रहा है कि जिला प्रशासन जब तक स्पष्ट आदेश नहीं कर देता तब तक पूर्व में चली आ रही व्यवस्था ही कायम रहेगी।

मेरठ संयुक्त व्यापार संगठन ने आज अपने प्रतिष्ठानों के बाहर खड़े होकर प्रशासन से दुकान खोलने की अनुमति मांगी। सांकेतिक प्रदर्शन कर व्यापारी प्रशासन और सरकार से व्यापारियों के हितों की रक्षा करने की मांग की। इसे लेकर आज एडीएम सिटी ने बचत भवन में व्यापारियों के साथ बैठक की। संयुक्त व्यापार संगठन के संयोजक मुकुल सिंघल ने कहा कि बाजार खोलना आज व्यापारियों के लिए जरूरत बन गया है। प्रशासन से अनुमति न मिलने के कारण व्यापार पूरी तरह खत्म हो गया है।

प्रवासी मजदूरों के घर पहुंचने का सिलसिला जारी है। आज दोपहर को काफी संख्या में बिहार जाने वाले श्रमिक भैसाली बस अड्डे पर पहुंचे हैं। जिन्हें भेजने की व्यवस्था में पुलिस प्रशासन जुटा हुआ है।

मुजफ्फरनगर जनपद में प्रवासी श्रमिकों का कोरोना पॉजिटिव पाए जाने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को 4 श्रमिक और पॉजिटिव मिले हैं। सीएमओ डॉ प्रवीण कुमार चोपड़ा ने बताया कि चार और श्रमिकों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें से तीन श्रमिक बुढाना के सनराइज पब्लिक स्कूल के क्वारंटीन केंद्र में हैं, जबकि एक श्रमिक आईजी पब्लिक स्कूल के आश्रय स्थल चरथावल में क्वारंटीन है।

चारों प्रवासी श्रमिक है जो महाराष्ट्र से विगत दिनों आए थे, जिन्हें यहां क्वारंटीन केंद्र में भर्ती कराया गया था। चारों श्रमिकों को कोविड अस्पताल बेगराजपुर पहुंचाया गया। जनपद में अब कोरोना के केस 50 हो गए हैं, जिनमें से 25 लोग ठीक होकर घर चले गए हैं, जबकि 25 एक्टिव केस हैं।

बागपत में खुल रहे बाजार दौड़ रहे वाहन और बढ़ रहा खतरा
बागपत में नियमों को ताक पर रखकर बाजार में लोगों की भीड़ नजर आई। दिल्ली सहारनपुर हाईवे, बागपत मेरठ रोड समेत अन्य मार्गों पर वाहनों की संख्या बढ़ गई है। बड़ौत में कंटेनमेंट जोन को सील कर दिया गया है। सब्जी आढ़ती के संपर्क में रहे लोगों को ट्रेस किया जा रहा है।

दिल्ली पुलिस के सिपाही के गांव हजूराबाद गढ़ी में भी स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। जिले में दिल्ली से आवाजाही खतरा बनी हुई है। अब तक दिल्ली पुलिस के दो सिपाही मिल चुके कोरोना पॉजिटिव। दिल्ली पुलिस में काम करने वाले करीब पांच सौ सिपाही दिल्ली से आवागमन करते हैं

हॉटस्पॉट क्षेत्र में पुलिस की गश्त
शामली में सोमवार रात से सैंपलों की रिपोर्ट नहीं आई है। जिले में इस समय कोरोना पॉजिटिव के एक्टिव केस 10 हैं, जिनका कोविड अस्पताल में उपचार चल रहा है। सुबह हॉटस्पॉट क्षेत्र बड़ी ऑल में पुलिस और पीएसी ने गश्त की और लोगों से घरो में रहकर लॉकडाउन का पालन करने की अपील की। बाजार में रोस्टर के अनुसार दुकानें खुलने से लोगों की भीड़ रही। पुलिस ने बाजार में मुस्तेद रहकर लोगों को सोशल डिस्टेंस का पालन कराया।

बिजनौर जिले में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। जिले में सड़कों पर भीड़ कम न होने से पुलिस को सख्ती करनी पड़ रही है। नजीबाबाद का कोरोना संक्रमित एक व्यक्ति ठीक हो गया है। ईद के बाद मंगलवार को फिर से बाजार में लोगों की भीड़ उतर आई है।

सहारनपुर में लॉकडाउन के चौथे चरण में काफी बंदिशों के बीच ईद का पर्व संपन्न होने के बाद जिला प्रशासन अब उद्योग और व्यापार को गति देने के लिए और रियायत देने पर मंथन करने की तैयारी में है। इसके लिए उद्यमियों के साथ ही व्यापारियों से लगातार संपर्क किया जा रहा है।

हालांकि पिछले दिनों में दी गई रियायतों में समय अवधि दोपहर 12 बजे से बढ़ाकर शाम सात बजे तक तो कर दी गई। मगर रोस्टर की प्रक्रिया को लेकर व्यापारियों की आपत्तियां और विरोध अब तक थमा नहीं है। इसलिए अधिकतर व्यापारी अब भी पहले से अधिक रियायत देने के साथ ही रोस्टर में ढील की अपेक्षा भी रख रहे हैं।

अभी तक दिए जा रहे सुझावों में यही विकल्प ज्यादा बताया गया है कि रोस्टर में चाहे कुल समय को कुछ कम कर दिया जाए मगर उद्यमियों और व्यापारियों को दिशाओंए दिवसों और कुछ घंटों वाले रोस्टर में न बांधा जाए। इससे वे पूरी गति के साथ कारोबार नहीं कर पाएंगे। ग्राहकों को भी इसका पर्याप्त लाभ नहीं मिलेगा। फिलहाल प्रशासन की ओर से लगातार प्रस्ताव और विकल्पों को लेकर मंथन जारी है और आगे कुछ नए बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

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