अमेरिका-यूरोप में गले पर दबाव बनाकर गिरफ्तारी, दुनियाभर में छिड़ी इस तरीके पर बहस

अमेरिका-यूरोप में गले पर दबाव बनाकर गिरफ्तारी, दुनियाभर में छिड़ी इस तरीके पर बहस
  • अमेरिका के मिनिपोलिस जैसा मामला फ्रांस में भी सामने आया
  • अश्वेत व्यक्ति को पकड़ने के लिए उसके गले पर दबाव बनाया
  • पुलिस के इस तरीके पर कई देशों में है बैन, फिर छिड़ी बहस
  • गले पर दबाव बनाने के चलते ही हुई थी जॉर्ज फ्लॉयड की मौत

ला पेक (फ्रांस)
अमेरिका में पुलिस हिरासत में लेने के दौरान अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत से पूरा देश झुलस रहा है। अमेरिका के 140 से ज्यादा शहरों में कर्फ्यू लगाना पड़ा। वहीं अब ऐसा ही एक मामला फ्रांस में भी सामने आया है। यहां एक पुलिस अधिकारी ने संदिग्ध अश्वेत व्यक्ति को पकड़ने के लिए उसके गले पर दबाव बनाया। इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।

यह मामला ऐसे समय में आया है जब अमेरिका के मिनिपोलिस में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की इसी तरह गले पर दबाव बनाने से मौत हो गई थी। इससे पुलिस की इस तकनीक पर दुनियाभर में सवाल उठने लगे हैं। अमेरिका और यूरोप के कई देशों की पुलिस संदिग्धों को पकड़ने के लिए उनकी गर्दन पर घुटनों का इस्तेमाल करके उन्हें निष्क्रिय करने की तकनीक इस्तेमाल करती है। इसकी काफी आलोचना होती रही है। इस तकनीक से दम घुटने और अन्य कारणों से संदिग्ध की मौत का खतरा होता है।


अश्वेतों को पकड़ने में खासकर किया जाता है इसका इस्तेमाल

फ्लॉयड की मौत पर अमेरिका समेत दुनियाभर में प्रदर्शन का एक कारण यह भी है। अब कई और वीडियो भी वायरल होने लगे हैं जिसमें पुलिस इस तकनीक से आरोपियों को पकड़ती दिख रही है। पुलिस हिरासत में इस तकनीक का इस्तेमाल अक्सर अश्वेत संदिग्धों पर किया जाता है। फ्रांस के सांसद फ्रांस्वा रफीं ने कहा, ‘हम ऐसा नहीं कह सकते कि अमेरिका की घटना हमारे लिए नई है।’ रफीं ने फ्रांस में इस पर रोक लगाए जाने की मांग की है।

जॉर्ज फ्लॉयड की गले पर दबाव बनाने से ही हुई थी मौत

25 मई को अमेरिका के मिनिपोलिस में फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। दरअसल एक श्वेत पुलिस अधिकारी ने उनके गले को अपने घुटने से तब तक दबाए रखा जब तक उनकी सांसें नहीं रुक गईं। पैरिस में भी 28 मई को एक ऐसा मामला सामने आया, जब एक अधिकारी ने एक अश्वेत व्यक्ति को पकड़ने के दौरान उसके जबड़े गर्दन और सीने के ऊपरी हिस्से को अपने घुटने और जांघ से दबाया, ताकि वह अपनी जगह से हिल न सके।

दुनिया के कई देशों में है गले पर दबाव बनाने की मनाही

हांगकांग में भी पुलिस गले पर दबाव बनाकर पकड़े गए एक व्यक्ति की मौत की घटना की जांच कर रही है। बेल्जियम में पुलिस प्रशिक्षक स्टेनी ड्यूरीयक्स ने कहा कि सदिंग्ध पर पूरी तरह से भार डालना मना है क्योंकि इससे उसकी पसली टूट सकती है। उसका दम घुट सकता है। जर्मनी की पुलिस के अनुसार, उनके देश में अधिकारियों को संदिग्ध के सिर के एक हिस्से पर थोड़ा दबाव देने की इजाजत है, लेकिन गर्दन पर ऐसा करने की अनुमति नहीं है। न्यू यॉर्क पुलिस को संदिग्ध के सीने या पीठ या बैठकर, घुटने रखकर या खड़े होकर दबाव बनाने से बचने की सलाह दी जाती है और गले पर दबाव बनाना मना है। फ्रांस की पुलिस यूनियन के एक पदाधिकारी क्रिस्तोफ रोउजे ने कहा, ‘दुनियाभर की पुलिस इन तकनीकों का इस्तेमाल करती है, क्योंकि इनमें खतरा कम है, लेकिन पुलिसकर्मियों को इनका अच्छे से प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। हमने देखा कि अमेरिका में इस तकनीक का सही से उपयोग नहीं किया गया। गलत जगह पर और अधिक समय तक दबाव दिया गया।’

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