नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली व एनसीआर में लू के चलते तापमान बढ़ा हुआ है। लोग भीषण गर्मी से परेशान हैं। शनिवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। गर्जन वाले बादल बनने की भी संभावना है। लू चलने का पूर्वानुमान नहीं है। वहीं, देश के कई अन्य राज्यों में प्री मानसून ने दस्तक दे दी है। इसके चलते भीषण बारिश का अलर्ट जारी हुआ है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार को कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य रूप से आगे बढ़ रहा है और यह अगले दो दिनों में महाराष्ट्र में प्रवेश करेगा। मौसम निगरानी एजेंसी ने अरुणाचल प्रदेश में अगले पांच दिनों के दौरान असम और मेघालय में भीषण बारिश की चेतावनी जारी की है।

मानसून के चलते देश के इन राज्यों में होगी भीषण बारिश

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के वरिष्ठ विज्ञानी आरके जेनामणि ने कहा कि मानसून ने 29 मई को केरल तट को छुआ और 31 मई से 7 जून के बीच दक्षिण और मध्य अरब सागर, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों से होते हुए पूरे पूर्वोत्तर भारत को कवर किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि मानसून की प्रगति में कोई देरी नहीं है। इसके अगले दो दिनों में महाराष्ट्र और अगले दो दिनों में मुंबई तक पहुंचने की संभावना है।

मौसम विज्ञानी ने बताया कि अगले दो दिनों में गोवा और महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के कुछ और हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए मानसून की स्थितियां पूरी तरह से अनुकूल हैं। इन राज्यों में जोरदार बारिश होगी।

जानिए दिल्ली में मानसून को लेकर क्या बोले मौसम विज्ञानी जेनामणि

जेनामणि ने कहा कि अगले कुछ दिनों में अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भारी बारिश की संभावना है। असम राज्य पिछले महीने बाढ़ की चपेट में आ गया था। तीव्र प्री-मानसून बारिश और बाढ़ ने राज्य के बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया, जिसमें पुल, सड़क और रेलवे ट्रैक प्रभावित हुए थे। यह पूछे जाने पर कि क्या मानसून सामान्य तारीख के आसपास दिल्ली-एनसीआर और उत्तर पश्चिम भारत के अन्य हिस्सों में पहुंच जाएगा। इस पर उन्होंने कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। पिछले साल आइएमडी ने अनुमान लगाया था कि मानसून 27 जून की अपनी सामान्य तारीख से लगभग दो सप्ताह पहले दिल्ली पहुंचेगा।

16 से 22 जून के बीच उत्तर प्रदेश पहुंचेगा मानसून

आइएमडी ने कहा कि मानसून के 16 जून से 22 जून के बीच उत्तर प्रदेश पहुंचने की संभावना है। 1 जून से जब मानसून का मौसम शुरू होता है, देश में 42 प्रतिशत कम बारिश हुई है, जिसमें उत्तर पश्चिम भारत में कुल 94 प्रतिशत बारिश की कमी दर्ज की गई है।

हालांकि, 16 जून से 22 जून के बीच पूर्वोत्तर, पूर्वी भारत (ओडिशा को छोड़कर) और उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।

आइएमडी ने पिछले महीने कहा था कि दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य रहेगा और पूरे सीजन के दौरान प्राप्त 87 सेमी वर्षा के 50 साल के औसत का 103 प्रतिशत मात्रात्मक रूप से होगा। यह लगातार सातवां साल होगा जब देश में जून-सितंबर की अवधि के दौरान सामान्य बारिश होगी।