गाजियाबाद डीएम निभा रहे राकेश टिकैत से दोस्ती इसलिए लंबा खिच रहा है आंदोलन

गाजियाबाद डीएम निभा रहे राकेश टिकैत से दोस्ती इसलिए लंबा खिच रहा है आंदोलन

गाजियाबाद: 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद खत्म होते दिख रहे आंदोलन को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आंसूओं ने जैसे संजीवनी दे दी। पिछले 66 दिनों से चल रहा जो आंदोलन 28 नवंबर को गाजीपुर बॉर्डर से शाम तक खत्म जैसा दिख रहा था वह टिकैत के आंसुओं का वीडियो वायरल होते भी फिर तेज हो गया और 29 जनवरी की सुबह गाजीपुर बॉर्डर हाल वैसा दिखने लगा जैसे वो 26 तारीख से पहले था। यही नहीं अब की लोगों में जोश भी दोगुना है और वो कृषि कानूनोें को वापस कराकर ही घर जाने की बात कर रहे हैं। वहीं सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर भी आंदोलन जारी है। वहीं आज आंदोलन कर रहे किसान 26 जनवरी की हिंसा पर दुख जताते हुए और महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में एक दिन के अनशन पर रहेंगे। किसान आज के दिन को सद्भावना दिवस के रूप में मना रहे हैं।

भाजपा पार्षद का गाजियाबाद डीएम पर बड़ा आरोप
भाजपा पार्षद हिमांशु मित्तल ने गाजियाबाद के डीएम पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि डीएम जानबूझकर आंदोलन लंबा खिंचवा रहे हैं। उनका कहना है कि मुजफ्फरनगर में तैनाती के दौरान डीएम की राकेश टिकैत से दोस्ती के चलते जो आंंदोलन जल्द खत्म हो सकता था उसे लंबा खिंचवा रहे हैं। भाजपा पार्षद का कहना है कि अधिकारी लोनी विधायक पर ठीकरा फोड़ रहे हैं, लेकिन सच तो यह है कि खुद टिकैत अपनी गिरफ्तारी देने के लिए अधिकारियों को बुलाते रहे, लेकिन अधिकारी शाम को पहुंचे। यह देरी जानबूझ कर की गई।

बलबीर सिंह राजेवाल ने लोगों से की ये अपील
किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि, हम जहां बैठे हैं वहां पर सरकार ने इंटरनेट बंद कर दिया है, हरियाणा में भी इंटरनेट बंद कर दिया है। कई बार पानी, बिजली बंद कर देते हैं। उन्होंने लोगों से अपील करी है कि वो शांतिपूर्ण प्रदर्शन में शामिल हों लेकिन चाहे कोई कितना भी भड़काए भावनाओं में आकर हिंसा न करें। हमें ये ध्यान रखना है कि हम किसी लड़ाई के लिए नहीं जा रहे। ये हमारा देश और हमारी सरकार है।

26 जनवरी को हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मी और उनके परिवार के लोग कर रहे प्रदर्शन
गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान पुलिसकर्मियों पर हुए हमले के विरोध में दिल्ली पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों ने शहीदी पार्क में विरोध प्रदर्शन किया।

गृहमंत्रालय ने दिल्ली की सीमाओं पर 31 जनवरी तक नेट बंद करने का दिया आदेश
गृहमंत्रालय ने आदेश दिया है कि 31 जनवरी तक दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर के आसपास इंटरनेट पूरी तरह से बंद रहेगा। यह कदम 26 जनवरी की हिंसा और 29 जनवरी को इस्रायली दूतावास पर हुए हमले के बाद सुरक्षा कारणों से उठाया गया है।

सिंघु बॉर्डरः एनएच-1 पर पुलिस खोद रही गहरी खाइयां
26 जनवरी के दिन जिस तरह से ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा हुई उसकी पुनरावृत्ति रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग-1 पर खोदाई शुरू कर दी है। यह खाई सिंघु बॉर्डर पर इसलिए की जा रही है क्योंकि अगर कोई ट्रैक्टर लेकर दिल्ली की सीमा में प्रवेश भी करना चाहे तो ट्रैक्टर खाई में गिरकर फंस जाए।

गाजीपुर बॉर्डर पर लगातार बढ़ रही किसानों की संख्या
राकेश टिकैत के आंसूओं वाला वीडियो वायरल होने के बाद से ही लगातार यूपी, हरियाणा और उत्तराखंड के किसानों का गाजीपुर बॉर्डर आने का सिलसिला जारी है।

गाजीपुर बॉर्डर पर धरना स्थल के आसपास 500 मीटर तक इंटरनेट सेवा बंद
गाजीपुर बॉर्डर पर 29 जनवरी से बढ़ रही भीड़ के बाद अब धरनास्थल से 500 मीटर की दूरी तक इंटरनेट सेवा पूरी तरह बंद कर दी गई है। यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो।

कल दिल्ली कूच करेंगे बागपत से किसान
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने आज कहा कि, कल बागपत में पंचायत करने के बाद हम दिल्ली कूच करेंगे। किसानों पर जो राजनीति हो रही है उस पर पंचायत में चर्चा करेंगे। गौरतलब है कि, कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बाॅर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 64वें दिन भी जारी है।

सिंघु बॉर्डर पर बढ़ाई सुरक्षा
सिंघु बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। सुरक्षा व्यवस्था इसलिए भी चौकस की गई है कि बीते दो दिनों से कुछ स्थानीय लोग यहां आकर किसानों से सड़क खाली करने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। शुक्रवार को तो यहां हिंसक झड़प भी हो गई थी जिसके बाद पुलिस ने 44 लोगों को गिरफ्तार किया।

 

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