पानीपत । पानीपत में खौफनाक मामला सामने आया। घरेलू कलह की वजह से तीन लोगों की जान गई। गांव सिवाह में रहने वाले 30 वर्षीय युवक रमेश उर्फ मेषी कादियान ने पत्नी और एक साल के बेटे की हत्या करने के बाद ट्रेन से कटकर खुदकुशी कर ली।

युवक को उसके भाई ने पकडऩे का काफी प्रयास किया लेकिन वो उसके हाथ नहीं आया। पत्नी अनुरीता पति रमेश पर शक करती थी कि उसके किसी और महिला से संबंध हैं। इसी वजह से घर में अनबन रहती थी। रमेश अपने ससुर को कहता था कि अन्नू और बच्चे कविश को मारकर खुद भी मर जाएगा। तब ससुर को लगता कि मजाक कर रहा है लेकिन उन्हें क्या पता था कि दामाद इतना बड़ा कदम उठा लेगा। ससुर ने अब दामाद रमेश, समधि पालेराम, समधन बीरमति और रमेश के बड़े भाई सुरेश पर दहेज हत्या का केस दर्ज करवाया है।

बाउंसर की नौकरी करता था युवक

नई दिल्ली में प्रापर्टी डीलर पदम पंवार के पास कार चलाने और बतौर बाउंसर नौकरी करने वाला रमेश कादियान डेढ़ महीने पहले ही गांव लौटा था। उसकी शादी सोनीपत के नया बांस की अनुरीता से हुई थी। दोनों का एक साल एक महीने का बेटा कविश है। लाकडाउन की वजह से रमेश दिल्ली नहीं गया। पति पर शक करने के कारण परिवार में पहले से ही अनबन रहती थी।

अपने हाथ से दोनों का गला घोंट दिया

लाकडाउन के दौरान झगड़ा बढऩे लगा। रमेश ने वीरवार शाम को अनुरीता की चुन्नी से गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद अपने हाथ से बेटे का गला घोंट दिया। पुलिस कंट्रोल रूम 100 नंबर पर काल कर कहा कि उसने बेटे और पत्नी को मार दिया। अब खुद ट्रेन से कटने जा रहा है। इसके बाद पदम पंवार के बेटे नीतिन को फोन करके सब बता दिया।

बेड पर शव पड़े थे

पंवार के बेटे ने उसी समय रमेश के पिता पालेराम को फोन किया। पालेराम का बड़ा बेटा सुरेश जब घर पहुंचा तो देखा कि अनुरीता और कविश के शव बेड पर थे। सुरेश ने पुलिस को बताया कि उसे देखकर रमेश भागने लगा। उसने रमेश का पीछा किया। सिवाह से आगे पानीपत की तरफ वह रेल ट्रैक पर आ गया। एक बार तो उसने रमेश को धक्का दे दिया। वह भागकर ईख के खेत में छिप गया। इसके बाद पानीपत से दिल्ली जा रही पश्चिम एक्सप्रेस के आगे लेट गया। उसका सिर कट गया।