देश के अन्नदाता किसानों की दुर्दशा के लिए पीएम मोदी व सीएम योगी जिम्मेदार: वर्मा

देश के अन्नदाता किसानों की दुर्दशा के लिए पीएम मोदी व सीएम योगी जिम्मेदार: वर्मा
  • सहारनपुर में किसानों की बैठक को सम्बोधित करते भगतसिंह वर्मा।

सहारनपुर [24CN] । पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि किसानों के दुर्दशा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदियनाथ की भाजपा सरकारें जिम्मेदार हैं। श्री वर्मा आज यहां गन्ना समिति में किसानों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज देश का अन्नदाता किसान भारी आर्थिक संकट से जूझ रहा है। उसकी हालत काफी दयनीय हो गई है दूसरे केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानून लाकर देश के अन्नदाता किसानों को बर्बाद करने का काम किया है। इन कानूनों से जहां देश का किसान बर्बाद में कंगाल हो जाएगा वही इनका सीधा असर देश के आम नागरिक पर पड़ेगा इन कानूनों से देश के चंद कारपोरेट घरानों को लाभ होगा जो आने वाले समय में देश के लिए बड़ा खतरा होगा।

राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि गन्ना उत्तर प्रदेश व सभी राश्यों के लिए आर्थिक रीढ़ है। गन्ने से सभी राश्यों को हजारों करोड रुपए वार्षिक राजस्व प्राप्त होता है इस सब के बावजूद भी उत्तर प्रदेश में 4 वर्ष से गन्ने का रेट नहीं बढ़ाया गया है। गन्ने की पैदावार पर लगातार लागत बढ़ती जा रही है। श्री वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश की 120 चीनी मिलों पर आज 4 मार्च तक गन्ना सीजन 2020-21 का 12527 करोड रुपए गन्ना भुगतान बकाया हो गया है और पिछले वर्षों में देरी से किए गए गन्ना भुगतान पर लगा ब्याज 8000 करोड रुपए से अधिक उत्तर प्रदेश की 120 चीनी मिलों पर बकाया चलाआ रहा है और पिछले वर्ष का भी अभी तक प्रदेश में 520 करोड रुपए गन्ना भुगतान बकाया है मुख्यमंत्री योगी जवाब दें कि गन्ना भुगतान व ब्याज प्रदेश के गन्ना किसानों को कब मिलेगा।

भगत सिंह वर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार डीजल पेट्रोल व गैस के दाम रोजाना बढ़ाती जा रही है खाद बीज कीटनाशक दवाई बिजली महंगी होने के कारण किसानों की खेती की लागत लगातार बढ़ती जा रही है जिसे कम करने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार के पास कोई विजन नहीं है केंद्र सरकार मनरेगा योजना को यदि सीधा खेती से जोड़ दें तो किसानों को काफी लाभ हो सकता है जिस किसान को भी अपने खेतों में काम करने के लिए मजदूरों की आवश्यकता हो तो किसानों को मनरेगा योजना से मजदूर उपलब्ध कराए जाएं।

भगत सिंह वर्मा ने कहा कि सहारनपुर मंडल की 17 चीनी मिलों पर इस वर्ष का 2357 करोड़ रुपए गन्ना भुगतान बकाया हो गया है और सहारनपुर जिले की 6चीनी मिलों पर आज तक 665 करोड रुपए गन्ना भुगतान बकाया है जिसे दिलाने के लिए सरकार चीनी मिल मालिक प्रशासन व गन्ना विभाग गंभीर नहीं है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि जिस दिन प्रदेश सरकार चीनी मिलों से गन्ना किसानों का बकाया ब्याज दिला देगी उस दिन प्रदेश की कोई भी चीनी मिल गन्ना किसानों का भुगतान रोकने का काम नहीं करेगी।

उन्होंने ने प्रदेश सरकार व चीनी मिल मालिकों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी स्वयं हस्तक्षेप करके उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को गन्ने का लाभकारी रेट 600 रूपए कुंटल दिलाएं और चीनी मिलों से बकाया गन्ना भुगतान व 8000 करोड रुपए ब्याज तत्काल गन्ना किसानों को दिलाएं अन्यथा गन्ना किसान माननीय हाईकोर्ट व माननीय उश्चतम न्यायालय में सरकार व गन्ना विभाग के विरुद्ध बड़ी लड़ाई लड़ेंगे। बैठक की अध्यक्षता मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर पहल सिंह सैनी ने की व संचालन महामंत्री आसिम मलिक ने किया। बैठक में पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष मुफ्ती अशद कासमी, प्रदेश सचिव विनोद सैनी, मंडल उपाध्यक्ष सरदार गुलविंदर सिंह बंटी, मंडल महासचिव वीरेंद्र सिंह बिल्लू जिला अध्यक्ष पं. नीरज कपिल, जिला उपाध्यक्ष डा. मोहम्मद अरशद, रविंद्र प्रधान, अजीत सिंह एडवोकेट, सुधीर चौधरी, अरविंद चौधरी, हाजी सुलेमान, मो. याकूब, जुबेर आलम, वसीम जहीरपुर आदि मौजूद रहे।

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