मदरसों को खोले जाने की अनुमति दिलाने की मांग

- मदरसों के संयुक्त संगठन राब्ता-ए-मदारिस-ए- अरबिया दारूल उलूम के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मदरसों को खोले जाने की अनुमति प्रदान करने की मांग की।
सहारनपुर। मदरसों के संयुक्त संगठन राब्ता-ए-मदारिस-ए-अरबिया दारूल उलूम के पदाधिकारी अध्यक्ष मौलाना मो. अख्तर कासमी के नेतृत्व में एकत्र होकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में बताया कि कोविड-19 के कारण शिक्षण संस्थान बंद होने के कारण समाज को बड़ी शैक्षणिक क्षति हुई है।
अब जबकि सरकार ने शर्तों के साथ 15 अक्टूबर के बाद शिक्षण संस्थानों को चरणबद्ध रूप से खोलने की घोषणा की है तथा इसके लिए जिला प्रशासन को अनुमति देने का अधिकार दिया है। उन्होंने मांग की कि सरकार की शर्तों के अनुरूप ही मदरसों को भी खोलने की अनुमति प्रदान की जाए क्योंकि मदरसों में अन्य जिलों व राज्यों के छात्र भी अध्ययन करते हैं। उनके छात्रावास को शुरू करने के सम्बंध में भी दिशा-निर्देश जारी करने चाहिए।
प्रतिनिधिमंडल में उपाध्यक्ष कारी सईद अहमद तिडफ़वी, मौलाना अब्दुल रशीद मजाहिरी, मौलाना हबीबुल्लाह कासमी, मौलाना अब्दुल मालिक मुगीसी, मौलाला अथहर हक्कानी, मुफ्ती अताउरहमान कासमी, मौलाना मो. यामीन कासमी, मौलाना मो. गुलफान कासमी, मौलाना अजीजुल्ला नदवी व शेरशाह आजम आदि शामिल रहे।