कांग्रेस बोली, एनसीपी से बातचीत करके होगा फैसला, शाम को मुंबई रवाना होंगे दिग्गज
मुंबई। महाराष्ट्र में सोमवार को दिनभर चली सियासी उठापटक के बावजूद सरकार गठन का पेंच और उलझ गया है। आज सोनिया गांधी और शरद पवार की बातचीत होगी जिसमें अंतिम फैसला आ सकता है। भाजपा से अलग राह चुनने वाले आदित्य ठाकरे कल शाम को राज्यपाल से मिले लेकिन बहुमत का जरूरी आंकड़ा (145 विधायकों का समर्थन) पेश नहीं कर सके। अब बड़ा सवाल यह है कि क्या शिवसेना राकांपा को सरकार बनाने के लिए अपना समर्थन देगी। यदि शिवसेना ऐसा नहीं करती है तो राज्यपाल के पास राष्ट्रपति शासन का विकल्प ही बचेगा।
– कांग्रेस नेता एवं महाराष्ट्र प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे ने समाचार एजेंसी एएनआइ से बातचीत में कहा कि एनसीपी प्रमुख से बातचीत जारी है। हम एकदूसरे से बातचीत करके ही कोई फैसला लेंगे। इस बीच कुछ मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि कांग्रेस नेता अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल दोपहर बाद मुंबई रवाना होंगे।
– शिवसेना नेता मनोहर जोशी ने कहा है कि सरकार उनकी पार्टी की ही बनेगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस का क्या रुख होगा उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। इसी बीच कांग्रेस की कोर कमेटी की बैठक जारी है। इसमें आज कोई फैसला लिया जा सकता है।
– यह पूछे जाने पर कि क्या आज कांग्रेस और एनसीपी के बीच कोई बैठक पूर्व निर्धारित है। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने जवाब दिया कि नहीं… मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है।
– शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने लीलावती अस्पताल जाकर पार्टी नेता संजय राउत का हाल चाल जाना। इससे पहले NCP प्रमुख शरद पवार शिवसेना नेता संजय राउत से मिलने लीलावती अस्पताल पहुंचे थे। राउत सोमवार को सीने में दर्द की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया था।
– राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने केंद्रीय मंत्री एवं शिवसेना सांसद अरविंद सावंत का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। प्रधानमंत्री मोदी की सलाह के बाद इसे स्वीकार किया गया। राष्ट्रपति की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को उनके मौजूदा प्रभार के अलावा भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा जाए।
– यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस की ओर से देरी हो रही है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मैं कांग्रेस से बात करूंगा।
– राकांपा नेता अजित पवार ने कहा कि सरकार के गठन में हमारी ओर से कोई देरी नहीं है। अभी तक कांग्रेस की ओर से हमें समर्थन पत्र नहीं मिला है। कल भी हम कांग्रेस के फैसले का इंतजार करते रहे। हम अकेले नहीं निर्णय ले सकते हैं। चूंकि हम साथ चुनाव लड़े थे इसलिए एकसाथ फैसला भी लेना चाहिए।