विलमिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चेतावनी दी है कि यदि उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की तो अमेरिका रूस पर नए प्रतिबंध लगा सकता है। इसके जवाब में पुतिन ने कहा कि अमेरिका के इस तरह के किसी कदम से दोनों देशों के रिश्ते पूरी तरह खत्म हो जाएंगे। यूक्रेन के निकट रूसी सेना के जमावड़े को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच अमेरिका और रूस के राष्ट्रपतियों ने लगभग एक घंटे तक खुलकर बातचीत की। दोनों नेताओं के बीच इस महीने यह दूसरी बातचीत थी। यह वार्ता पुतिन के अनुरोध पर हुई।

टेलीफोन पर हुई बातचीत के बारे में मास्को में पत्रकारों को बताते हुए विदेशी मामलों पर पुतिन के सलाहकार यूरी यूशाकोव ने कहा कि अमेरिका यदि और प्रतिबंध लगाता है तो यह बहुत बड़ी गलती होगी। इसके गंभीर दुष्परिणाम होंगे। दूसरी तरफ, व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने बताया कि दोनों नेता इस बात पर सहमत थे कि ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां दोनों पक्ष सार्थक प्रगति कर सकते हैं। लेकिन ऐसे मतभेद भी हैं, जिनका समाधान निकालना असंभव हो सकता है।

रायटर के अनुसार, दोनों पक्षों के अधिकारियों ने बताया कि बातचीत का लहजा गंभीर था। दोनों नेता किसी समाधान या समझौते को लेकर सहमति बनाने में उल्लेखनीय प्रगति नहीं कर सके। हालांकि, इस बातचीत ने दोनों देशों के बीच होने वाली आगामी वार्ताओं के लिए मंच तैयार कर दिया है। नौ और 10 जनवरी को रूस और अमेरिका के बीच सुरक्षा बैठक होने वाली है। इसके बाद 12 जनवरी को रूस-नाटो का सत्र होगा। 13 जनवरी को रूस, अमेरिका और अन्य यूरोपीय देशों के बीच सीमा सम्मेलन होने वाला है।

एएनआइ के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र ने बाइडन और पुतिन के बीच बातचीत का स्वागत किया है। संयुक्त राष्ट्र की सहायक प्रवक्ता फ्लोरेंसिया सोटो निनो ने कहा कि हम हमेशा सदस्य देशों के बीच बातचीत का स्वागत करते हैं।