प्रयागराज में धरना दे रहे अभ्यर्थियों का बवाल, पुलिस ने हंगामा कर रहे कुछ छात्रों को हिरासत में लिया
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के दफ्तर के बाहर पिछले चार दिनों से धरना दे रहे छात्रों और पुलिस के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। छात्रों की एक बड़ी संख्या ने UPPSC के परीक्षा आयोजन के तरीके के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। वे वन डे वन शिफ्ट एग्जाम की मांग पर अड़े हुए हैं, लेकिन अभी तक उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने उनकी मांग मंजूर नहीं की है।
यूपीपीएससी ने पहले ही दोनों एग्जाम- UP PCS और RO/ARO को दो दिन में दो शिफ्ट में कराने का फैसला किया है। गुरुवार को प्रयागराज पुलिस ने धरने पर बैठे कुछ छात्रों को हिरासत में लिया, जिससे छात्र और पुलिस के बीच स्थिति तनावपूर्ण हो गई। छात्रों ने पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ दिया और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने अराजकता फैलाने के आरोप में छात्रों को हिरासत में लिया।
अराजक तत्वों के खिलाफ एक्शन
प्रयागराज के सीओ ने बताया कि ये एक्शन अराजक तत्वों के खिलाफ लिया गया है, जो धरने पर बैठे छात्रों को प्रशासन से बातचीत करने से रोक रहे थे। मंगलवार को पुलिस ने 12 छात्रों के खिलाफ होर्डिंग तोड़ने के आरोप में केस दर्ज किया था, और इसके बाद तीन छात्रों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार किए गए छात्रों में राघवेंद्र यादव, अभिषेक शुक्ला और शशांक शामिल हैं। राघवेंद्र यादव को समाजवादी छात्रसभा का राष्ट्रीय महासचिव बताया जा रहा है। पुलिस ने आरोप लगाया कि ये छात्र नेता धरने को अराजकता की ओर उकसा रहे थे, जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार किया गया और जेल भेज दिया गया।
प्रयागराज जा सकते हैं अखिलेश
खबरों के अनुसार, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव जल्द ही प्रयागराज में छात्रों से मिलने जा सकते हैं। यह संभावना है कि वे छात्रों के आंदोलन का समर्थन कर सकते हैं, जो 11 नवंबर से लगातार जारी है।
वन डे वन शिफ्ट एग्जाम की मांग
धरने पर बैठे छात्र UPPCS और RO/ARO परीक्षा के लिए एक दिन में एक ही शिफ्ट परीक्षा के आयोजन की मांग कर रहे हैं, ताकि उन्हें तैयारी के लिए अधिक समय मिल सके और परीक्षा की प्रक्रिया सरल हो।
स्थिति पर प्रशासन का बयान
प्रशासन ने छात्रों के साथ बातचीत के लिए कई बार प्रयास किए हैं, लेकिन छात्रों की लगातार मांगों को लेकर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है और इलाके में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है।