सपा विधायक जाहिद बेग ने किया सरेंडर, बेटा पहले ही गिरफ्तार, जानिए पूरा मामला
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के भदोही से समाजवादी पार्टी के विधायक जाहिद बेग ने अदालत में सरेंडर कर दिया है। उन पर अपने आवास पर नाबालिग नौकरानी की आत्महत्या और बच्चों की तस्करी से जुड़े गंभीर आरोप हैं, जिनमें वह वॉन्टेड थे। विधायक के आत्मसमर्पण के दौरान कोर्ट परिसर में खूब हंगामा हुआ। एक तरफ समर्थकों और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ थी, तो दूसरी ओर वकीलों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। इससे पहले, इस मामले में जाहिद बेग के बेटे जाएम बेग को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
नाबालिग से जबरन काम कराने का आरोप
सपा विधायक जाहिद बेग और उनकी पत्नी सीमा बेग पर नाबालिग लड़की से बंधुआ मजदूरी करवाने और उसे आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि नाबालिग लड़की से जबरन काम करवाया जा रहा था और उसने आत्महत्या करने से पहले अपने घर से भागने की इच्छा व्यक्त की थी। भदोही की पुलिस अधीक्षक मीनाक्षी कात्यायन ने कहा कि विधायक का बेटा जाएम बेग भी इस मामले में शामिल पाया गया, जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी की गई।
8 सितंबर की घटना
घटना 8 सितंबर की है, जब विधायक जाहिद बेग के आवास पर काम करने वाली 17 साल की घरेलू सहायिका ने उनके घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने इस मामले में विधायक और उनकी पत्नी के खिलाफ बंधुआ मजदूरी, उत्पीड़न, और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया था। घटना के बाद पुलिस ने घर से एक और नाबालिग घरेलू सहायिका को बचाया और उसे सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
मानव तस्करी और श्रम विभाग की जांच
इस मामले में मानव तस्करी निरोधक इकाई ने भी जांच शुरू कर दी है। विधायक और उनकी पत्नी पर बंधुआ मजदूरी से संबंधित आरोपों के तहत बंधुआ मजदूरी प्रणाली (निषेध) अधिनियम की धारा 108 के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा, श्रम विभाग ने भी विधायक और उनकी पत्नी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है, जो मामले की गंभीरता को और बढ़ाता है।
इस घटना ने स्थानीय राजनीति में हलचल मचा दी है और कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं। अब देखना होगा कि आगे की जांच और कानूनी प्रक्रिया में क्या नतीजे सामने आते हैं।