बुद्ध शिक्षा संस्थान अम्बेडकरपुरम से जुड़े पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

- सहारनपुर में जिला प्रशासन को ज्ञापन देने जाते बुद्ध शिक्षा संस्थान के पदाधिकारी।
सहारनपुर। बुद्ध शिक्षा संस्थान अम्बेडकरपुरम सहारनपुर से जुड़े पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा गुंडागर्दी के बल पर बुद्धा टैम्पल पर कब्जा करने की नीयत से 15 जून को बिना अनुमति के ज्ञानचंद आजाद जयंती कार्यक्रम को मनाने से रोके जाने की मांग की।
बुद्ध शिक्षा संस्थान अम्बेडकरपुरम सहारनपुर से जुड़े पदाधिकारी संस्थान के अध्यक्ष जनेश्वर प्रसाद के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पहुंचे जहां उन्होंने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर बताया कि बुद्ध शिक्षा संस्थान अम्बेडकरपुरम निकट सामुदायिक केंद्र दिल्ली रोड सहारनपुर वर्ष 1999 से स्थापित कर संचालित है। उन्होंने बताया कि संस्थान के तत्वावधान में समिति से जुड़े पदाधिकारी प्रार्थना करने के लिए बुद्ध विहार/बुद्धा टैम्पल की स्थापना की गई और बुद्धा टैम्पल की स्थापन करने में आम जनता का सहयोग लेकर कार्य को आगे बढ़ाया गया है। समिति निष्पक्ष और ईमानादारी से संस्थान का संचालन कर रही है परंतु बुद्ध शिक्षा संस्थान के कार्य में अवरोध उत्पन्न करने के लिए कुछ असामाजिक तत्व डा. अम्बेडकर सहकारी आवास समिति लि. के नाम से बहाना बनाकर हमारी समिति द्वारा बुद्ध पूर्णिमा, अम्बेडकर जयंती तथा समाज जागरूकता सम्बंधी विचार गोष्ठी आदि कार्यक्रमों में बाधा उत्पन्न करते हैं।
उन्होंने कहा कि डा. अम्बेडकर सहकारी आवास समिति का बुद्ध विहार संस्थान के किसी भी कार्य में रूकावट पैदा करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने बताया कि हमारी समिति द्वारा स्थापित बुद्ध टैम्पल परिसर में कुछ असामाजिक तत्वों ने जबरदस्ती गुंडागर्दी के बल पर ज्ञानचंद आजाद के नाम पर फर्जी फाउंडेशन बनाकर पहले तो ज्ञानचंद आजाद की प्रतिमा स्थापित की गई और अब ज्ञानचंद आजाद के नाम पर गलत व फर्जी तरीके से हमारे संस्थान में ज्ञानचंद आजाद जयंती मनाने की योजना बनाई जा रही है।
उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की कि उक्त असामाजिक तत्वों द्वारा गलत तरीके से हमारे संस्थान बुद्ध शिक्षा संस्थान अम्बेडकरपुरम में आगामी 15 जून को ज्ञान चंद आजाद जयंती कार्यक्रम आयोजित करने से रोका जाए। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष जनेश्वर प्रसाद, सचिव सुखपाल सिंह भास्कर, शेरसिंह, राजबल, नरेश चंद्र, सरन सिंह, बलबीर गौतम, उर्मिला बौद्ध, शेरसिंह सहित अन्य पदाधिकारी शामिल रहे।