मेडिकल स्टोर पर छापा, पकड़ी गई दिल्ली सरकार की दवाएं, काले कारोबार के पीछे बड़ा रैकेट होने की आशंका

मेडिकल स्टोर पर छापा, पकड़ी गई दिल्ली सरकार की दवाएं, काले कारोबार के पीछे बड़ा रैकेट होने की आशंका

ड्रग विभाग सहारनपुर की टीम ने एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर नशीली दवाओं के साथ ही दिल्ली सरकार की दवाएं पकड़ी हैं।

ड्रग विभाग सहारनपुर की टीम ने एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर नशीली दवाओं के साथ ही दिल्ली सरकार की दवाएं पकड़ी हैं। दिल्ली सरकार की दवाएं जिले के मेडिकल स्टोर तक पहुंचने से पूरे महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। हैरानी की बात ये है कि जो दवाएं मिली हैं, उनमें अधिकांश इसी फरवरी माह में एक्सपायर होने वाली थीं। मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। अवैध दवाओं के इस काले खेल के पीछे पूरा रैकेट होने की आशंका है।

औषधि निरीक्षक संदीप चौधरी ने शुक्रवार को विभागीय कर्मचारियों और देहात कोतवाली पुलिस के साथ चिलकाना रोड स्थित बस अड्डे के पास मैसर्स एएमएस मेडिसिन एजेंसी पर छापा मारा। इस दौरान दुकान के भीतर भारी मात्रा में नार्कोटिक्स ड्रग्स ट्रैमडोल की दस हजार टैबलेट, 400 कैप्सूल, 300 इंजेक्शन और दिल्ली सरकार की ‘नॉट फोर सेल’ लिखी दवाओं के 400 कैप्सूल बरामद किए गए। पकड़ी गईं दवाओं की कीमत 50 हजार रुपये आंकी गई है। भारी मात्रा में शॉर्ट एक्सपायरी दवाएं भी पकड़ी गईं। इन दवाओं की खरीद और बिक्री का कोई रिकॉर्ड मेडिसिन एजेंसी पर नहीं मिला। नार्कोटिक्स ड्रग्स ट्रैमडोल में से नौ प्रकार की संदिग्ध दवाओं के नमूने जांच को लिए गए हैं। सभी दवाओं को जब्त कर संबंधित धाराओं में मेडिसिन एजेंसी संचालक मोहम्मद अजमल पुत्र मुख्तार अहमद के खिलाफ देेहात कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

लोगों की जिंदगी से खिलवाड़
मेडिसिन एजेंसी पर मिलीं 50 फीसदी से अधिक दवाएं इसी माह एक्सपायर हो रही हैं। विभागीय सूत्रों ने बताया कि आम तौर पर मेडिकल स्टोर संचालक एक्सपायर हो चुकी दवाओं को पत्तों से निकालकर डिब्बियों में रख लेते हैं। इसके बाद इन दवाओं को या तो देहात के झोलाछाप को बेच देते हैं या फिर खुद ही आने वाले मरीजों को बेचते रहते हैं।

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