वाराणसी । बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के आगामी लोकसभा चुनाव में यूपी से चुनाव लड़ने की चर्चाओं ने जोर पकड़ा है। दरअसल नीतीश कुमार के भाजपा से बगावत करने के बाद से ही उनको लेकर चर्चाएं बिहार और यूपी में खूब होती रही हैं।

यूपी में भी नीतीश ने अपनी पार्टी के कदम रखने की शुरुआत विधानसभा चुनाव के दौरान ही शुरू कर दी थी। यूपी में विधानसभा चुनाव उनकी पार्टी ने भाजपा के खिलाफ ही लड़ा था। यूपी विधानसभा चुनाव के बाद बिहार के समीकरण बदले और उनकी पार्टी जदयू का भाजपा से सियासी तलाक हो गया और वह विपक्षी एकता की धुरी बन गए।

फूलपुर लोकसभा सीट के चर्चा के बाद अब मीरजापुर लोकसभा सीट से अब बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के चुनाव लड़ने की सुगबुगाहट है। इस बाबत भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी का बयान भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें उन्‍होंने कहा है कि – ‘फूलपुर हो या मिर्ज़ापुर नीतीशजी आपकी ज़मानत नहीं बचेगी। बिहार से इतना डर गए हैं कि यूपी जाने की सोच रहे हैं।’ वहीं एक बयान में पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अभी हाल ही में यूपी में आजमगढ़ और रामपुर का लोकसभा चुनाव हुआ। दोनों क्षेत्र समाजवादी पार्टी के गढ़ माने जाते हैं। यहां से सपा का सफाया हो गया।

सुशील मोदी का यह बयान यूपी और बिहार की सियासी चर्चा में शामिल हो गया है। मीरजापुर से फ‍िलहाल भाजपा और अपना दल की गठबंधन की ओर से अनुप्रिया पटेल सांसद हैं। वहीं मीरजापुर जिला बिहार से सटा हुआ होने के साथ ही नीतीश कुमार के लिए मुफीद भी होने की संभावनाओं के बीच चर्चाओं ने जोर पकड़ा है। बिहार से काफी लोग भी मीरजापुर जिले में हैं और जातीय समीकरण भी नीतीश कुमार के मुफीद होने से उनके यहां से अनुप्रिया पटेल के खिलाफ चुनाव लड़ने की बन रही है।

दरअसल जौनपुर जिले में सिकरारा निवासी पूर्व सांसद धनंजय सिंह को जनता दल यूनाइटेड का राष्ट्रीय महासचिव इसी वर्ष 30 जून को बनाया गया है। ऐसे में जदयू की पूर्वांचल में जमीन काफी मजबूत बनाने की प्रक्रिया इसी वर्ष शुरू हो चुकी थी। अब पार्टी की ओर से पूर्वांचल में पैठ अपने प्रदेश के पदाधिकारियों के जरिए बनाने का प्रयास नी‍तीश द्वारा माना जा रहा है। जबकि पूर्वांचल के कई जिलों में कुछ माह में पार्टी ने अपने पैर पसारने के साथ नए सदस्‍यों को अपनी टीम में जोड़ा गया है।