LIVE: वकीलों से विवाद के बीच पुलिस धरने पर, कमिश्नर बोले- ये परीक्षा की घड़ी

LIVE: वकीलों से विवाद के बीच पुलिस धरने पर, कमिश्नर बोले- ये परीक्षा की घड़ी

नई दिल्ली: दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट के बाहर पुलिस और वकीलों के बीच हुई भिड़ंत का मामला बढ़ता जा रहा है. मंगलवार सुबह दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर भारी संख्या में दिल्ली पुलिस के जवान इकट्ठा हुए हैं. जवान अपने हाथ में काली पट्टी बांधकर पहुंचे हैं और वकीलों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. जवानों के प्रदर्शन के बीच दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कहा है कि ये हमारे लिए परीक्षा की घड़ी है, सभी जवान शांति बनाए रखें और अपनी ड्यूटी पर वापस लौटें.

पुलिस जवानों की मांग है कि वकीलों के खिलाफ एक्शन लिया जाना चाहिए, उन्हें लगातार डर बना हुआ कि शहर में कहीं पर भी उनपर हमला हो सकता है. दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच चल रहे मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट मिल गई है. दिल्ली पुलिस ने इस रिपोर्ट को सौंपा है.

कांग्रेस का मोदी सरकार पर वार

दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच जारी जंग के बीच कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने मंगलवार को ट्वीट किया और लिखा कि 72 साल में पहली बार पुलिस प्रदर्शन पर है. क्या ये है बीजेपी का न्यू इंडिया? देश को बीजेपी कहां ले जाएगी? कहां गुम है गृह मंत्री अमित शाह? मोदी है तो मुमकिन है.

72 साल में पहली बार – पुलिस प्रदर्शन पर!

क्या ये है भाजपा का ‘न्यू इंडिया’?

देश को कहाँ और ले जाएगी भाजपा?

कहाँ गुम हैं गृह मंत्री, श्री अमित शाह?

मोदी है तो ही ये मुमकिन है!!!

 

जिला अदालतों में हड़ताल पर गए वकील

इसी मामले को लेकर दिल्ली की सभी जिला अदालतों में आज भी वकील हड़ताल पर हैं. किसी भी कोर्ट में जज के सामने वकील न तो खुद पेश हो रहे हैं और न ही मुवक्किल को कोर्ट परिसर के अंदर जाने दिया जा रहा है.

वकीलों की मांग है कि तीस हजारी कोर्ट में हमला करने वाले पुलिसकर्मियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए. हालांकि, दिल्ली हाई कोर्ट में इस हड़ताल का कोई असर नहीं है. हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में और दिनों की तरह कोर्ट में मामलों की सुनवाई चल रही है.

क्या कह रहे हैं प्रदर्शन करने वाले जवान?

प्रदर्शन कर रहे जवानों का कहना है कि हमारे साथ ज्यादती हो रही है, वो बिल्कुल गलत है. उन्होंने कहा कि हम शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करेंगे और कमिश्नर से अपनी बात कहेंगे. प्रदर्शन कर रहे पुलिस जवान का कहना है कि हमें वर्दी पहनने में डर लग रहा है, क्योंकि वर्दी देखते ही वकील पुलिस जवानों को पीट रहे हैं.

जवानों का कहना है कि हम सिर्फ ये बताना चाहते हैं कि पुलिसवालों के साथ भी सही तरह से व्यवहार होना चाहिए और कानून के मुताबिक समान रूप से सजा मिलनी चाहिए. प्रदर्शन कर रहे एक जवान ने कहा कि पिछले तीन दिनों से वकील लगातार पुलिस और आम लोगों के खिलाफ गलत बर्ताव कर रहे हैं और सीनियर कुछ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.

प्रदर्शन कर रहे पुलिस जवानों से DCP ने अपील की है कि अभी कोर्ट का ऑर्डर आया है, आप लोग संयम रखें. सीनियर लेवल पर इस मसले पर चर्चा चल रही है, लेकिन जवान यहां प्रदर्शन ना करें और अपनी ड्यूटी पर लौटें.

गौरतलब है कि दिल्ली में हुई घटना के बाद अन्य जगह भी ऐसे मामले देखने को मिले थे. दिल्ली की ही साकेत कोर्ट, कड़कड़डूमा कोर्ट के बाहर भी पुलिस-वकील आमने-सामने आए थे. साथ ही उत्तर प्रदेश के कानपुर में भी वकीलों ने पुलिस जवान को पीट दिया था.

तीस हजारी कोर्ट में क्यों भिड़े थे पुलिस-वकील?

दरअसल, शनिवार को तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकील भिड़ गए थे. दोनों के बीच मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी. जिसके बाद वकीलों ने पुलिस जीप समेत कई वाहनों को आग लगा दी थी और तोड़फोड़ की थी.

आपको बता दें कि तीस हजारी कोर्ट के लॉकअप में जब एक वकील को पुलिस जवानों ने अंदर जाने से रोका था. उसी के बाद कहासुनी बढ़ गई थी और दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए थे.


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