कोविड-19 के नियंत्रण के लिए टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट जरूरी: मुख्यमंत्री

कोविड-19 के नियंत्रण के लिए टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट जरूरी: मुख्यमंत्री
  • सहारनपुर में संक्रमण रोकने के लिए बेहतर रणनीति बनाकर कार्य करने के निर्देश
  • वीडियों कांफ्रेसिंग के द्वारा मुख्यमंत्री जी ने नोडल अधिकारी से जाना कोविड-19 का हाल

सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए टेस्टिंग, टैªकिंग और ट्रीटमेण्ट महत्वपूर्ण हैं। नोडल अधिकारियों को अपने.अपने जनपद में टेस्टों की संख्या बढ़ाने और काॅन्टैक्स ट्रेसिंग पर फोकस किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति भी कोविड संक्रमित पाए जाने पर 10 से 15 लोगों की 48 घण्टों के भीतर काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग की जाए। इससे संक्रमण की दर को नियंत्रित किया जा सकेगा। उन्होंने सहारनपुर जनपद में सितम्बर माह में बढ़ते संक्रमण के नए केसों पर चिंता व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि आपसी समन्वय के साथ बेहतर रणनीति बनाकर कोविड-19 पर नियंत्रण किया जाए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज लखनऊ में कोविड-19 के प्रभावी नियंत्रण के सम्बन्ध मंे जिलों में तैनात किए गए नोडल अधिकारियों के साथ वीडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि डोर-टू-डोर सर्वे अभियान को सक्रियता से संचालित किया जाए। होम हाइसोलेशन में रह रहे मरीजों के साथ निरन्तर संवाद कर उनकी स्थिति की जानकारी ली जाए। उन्होंने इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर को और अधिक प्रभावी और सुदृढ़ करते हुए उसके बेहतर संचालन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद में अलग-अलग कार्यों की जिम्मेदारी, अलग-.अलग समूहों को दी जाए और इनके कार्यों की निरंतर गहन माॅनीटरिंग की जाए। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग कार्य में और अधिक तेजी लाई जाए। उन्होंने कहा कि कोविड अस्पतालों में मैन पावर की कोई कमी न हो। सभी चिकित्सालयों में आॅक्सीजन की सुचारु उपलब्धता बैकअप सहित सुनिश्चित की जाए।

योगी आदित्यनाथ जी ने नोडल अधिकारियों से कहा कि कोविड-19 के समबन्ध में रणनीति बनाते समय यह सुनिश्चित किया जाए रिकवरी दर और बेहतर हो। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण पाए जाने पर माइक्रो कण्टेनमेण्ट जोन बनाया जाए। उस जोन के तहत शत-प्रतिशत टेस्टिंग सुनिश्चित की जाए। इनके अलावा, हाई रिस्क ग्रुप की फोकस टेस्टिंग करते हुए लक्षणों के आधार पर उनका आर0टी0पी0सी0आर0 कराया जाए। प्रतिदिन किए जाने वाले टेस्ट में से 33 प्रतिशत टेस्ट आर0टी0पी0सी0आर0 द्वारा हर हाल में सुनिश्चित हो। कोविड संक्रमित मरीज पाए जाने पर उसे समय पर कोविड अस्पताल में भर्ती किया जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सर्विलांस और एम्बुलेन्स सेवा को और बेहतर करते हुए एल-2 व एल-3 कोविड अस्पताल में बेडों की संख्या बढ़ायी जाए।  उन्होंने नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड-19 वार्ड में विशेषज्ञों व पैरामेडिक्स की व्यवस्था सुनिश्चित हो। सीनियर डाॅक्टर्स निरंतर राउण्ड लें। इन सबकी लगातार माॅनीटरिंग सुनिश्चित की जाए। वेण्टीलेटर/एच0एफ0एन0सी0 (हाई फ्लो नेजल कैन्युला) क्रियाशील रहें। इसके साथ पी0पी0ई0 किटए एन-95 मास्क, आॅक्सीजन, वेण्टीलेटर, दवाइयों, सैनिटाइजर आदि की पर्याप्त उपलब्धता रहे। किसी भी हाल में कालाबाजारी न होने पाए। ऐसा पाए जाने पर उन्होंने सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा संस्थानों को वर्चुअल आई0सी0यू0 के माध्यम से जोड़ने की भी कार्यवाही तेजी से की जाए। तकनीक आधारित इन व्यवस्था से योग्य एवं अनुभवी चिकित्सकों द्वारा गम्भीर रोगियों का बेहतर इलाज सुनिश्चित कराया जा सकता है।

योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रतिदिन प्रातः 09 से 10 बजे तक जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्साधिकारी जनपद के किसी कोविड अस्पताल में कोविड-19 के नियंत्रण के सम्बन्ध में बैठक करें तथा सायं जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्साधिकारी इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर में इस सम्बन्ध में समीक्षा करें। लापरवाही या शिथिलता पाए जाने पर जवाबदेही तय की जाए।

जनपद के नोडल अधिकारी श्री बाबूलाल मीणा ने मुख्यमंत्री जी को बताया कि जनपद में कोविड-19 के पाॅजिटिव केस पिछले दिनों के मुकाबले घट रहे है। आज एक मरीज की इलाज के दौरान मृत्यु हुई है। स्थिति पर पूरी तरह नजर लगाये हुए है। मेडिकल काॅलेज में आज अपर मिशन निदेशक नेशनल हैल्थ मिशन श्री हीरा लाल व स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञ डा. कुलरंजन सिंह के साथ राजकीय मेडिकल काॅलेज के चिकित्सकों के साथ बैठक कर कोविड-19 के कार्यों की समीक्षा की है। साथ ही सभी को आवश्यक निर्देश जारी किये गये है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के इलाज में लापरवाही के लिए चिकित्सकों की जिम्मेदारी तय की जायेंगी। इस दिशा में भी प्रभावी कदम उठाएं जायेंगे। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि लापरवाह कर्मियों के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाही करने में कोई कोताही न बरती जाए।

वीडियों कांफ्रेसिंग में अपर मिशन निदेशक नेशनल हैल्थ मिशन श्री हीरा लाल, नोडल अधिकारी के.जी.एम.यू के डाॅ. कुल रंजन सिंह, पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री उपेन्द्र अग्रवाल, जिलाधिकारी श्री अखिलेश सिंह,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा0 एस0चेनप्पा, प्राचार्य राजकीय मेडिकल काॅलेज डा.डी.एस.मर्तोलिया, डा. बी.एस.सोढी, सहित अधिकारी मौजूद रहे।