राज्यों के मुख्यमंत्रियों से पीएम मोदी की अपील, सोशल डिस्टेंसिंग और जागरूकता के लिए धर्म गुरुओं का लें सहयोग

राज्यों के मुख्यमंत्रियों से पीएम मोदी की अपील, सोशल डिस्टेंसिंग और जागरूकता के लिए धर्म गुरुओं का लें सहयोग
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हाइलाइट्स

  • कोरोना वायरस से निपटने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ की वीडियो कॉन्फ्रेंस
  • पीएम ने मुख्यमंत्रियों से कहा है कि वे धर्मगुरुओं से बात कर उन्हें अपने समुदाय के लोगों को जागरूक करने को कहें
  • मोदी ने कहा कि धर्मगुरु धार्मिक आयोजनों से बचें, अपने समुदाय के लोगों को सोशल डिस्टेसिंग का महत्व समझाएं

नई दिल्ली/मुंबई
कोरोना वायरस की वजह से देश में पैदा हुए हालात पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्रियों से कहा कि अब अगले कुछ हफ्तों तक टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आइसोलेशन और क्वारंटीन पर फोकस रहना चाहिए ताकि वायरस के फैलाव को रोका जा सके। इस दौरान उन्होंने सभी मुख्यमंत्रियों से अपील की कि वे धर्मगुरुओं से बोलें कि वे अपने-अपने समुदाय के लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में समझाएं और धार्मिक आयोजनों में भीड़ से बचें।

धर्मगुरु अपने-अपने मत को लोगों को समझाएं: पीएम
पीएम मोदी ने कहा, ‘कोरोना वायरस ने हमारी आस्था, हमारी परंपरा, हमारे विश्वास, हमारे विचारधारा इन सभी पर हमला बोला है। इसलिए हमें अपनी आस्था, हमारे पंथ, हमारी विचारधारा को बचाने के लिए सबसे पहले कोरोना वायरस को परास्त करना पड़ेगा। आज आवश्यकता है कि सभी मत, पंथ, विचारधारा के लोग एकजुट होकर कोरोना महामारी को पराजित करें। मेरा आग्रह है कि राज्यस्तर पर आप समाज के गणमान्य व्यक्तियों, सभी संप्रदायों के धर्मगुरुओं की मीटिंग बुलाकर उनसे आग्रह करें कि वे अपने-अपने अनुयायियों को, अपने मत, पंथ के लोगों को, अपनी विचारधारा के लोगों को इस लड़ाई में भागीदार बनने के लिए, सहयोग करने के लिए समझाएं। उसका नेतृत्व करें। इस काम के लिए राज्य स्तर पर, जिला स्तर, शहर स्तर पर, ब्लॉक स्तर पर और यहां तक कि थाने स्तर पर भी ऐसे समाज के धर्मगुरुओं की मीटिंग तत्काल कर लेनी चाहिए।’

उद्धव ठाकरे की सुझाव पर पीएम की मुख्यमंत्रियों से अपील
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के कार्यालय ने गुरुवार को बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी को सुझाव दिया कि सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को धार्मिक नेताओं से बातचीत करनी चाहिए। ठाकरे ने सुझाव दिया कि धार्मिक नेताओं से कहा जाना चाहिए कि वे बड़ी भीड़ इकट्ठी करने से दूरी बनाएं। इस सुझाव को प्रधानमंत्री मोदी ने स्वीकार किया और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपील की कि वे सोशल डिस्टेंसिंग और धार्मिक आयोजनों में भीड़ न हो इसके लिए धर्म गुरुओं का सहयोग लें।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने ठाकरे की उस बात का भी समर्थन किया कि लॉकडाउन की अवधि के दौरान नागरिकों को अच्छे मेंटल हेल्थ में रहने की जरूरत है। वीडियो कॉन्फ्रेंस में महाराष्ट्र से मुख्यमंत्री ठाकरे के अलावा स्वास्थ्य मंत्री राजेश तोपे, गृह मंत्री अनिल देशमुख, पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे और सीनियर अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

इन गलतियों से इंदौर बना कोरोना का हॉटस्पॉट!

इन गलतियों से इंदौर बना कोरोना का हॉटस्पॉट!मध्यप्रदेश का इंदौर राजस्थान के भीलवाड़ा की तरह कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बनता जा रहा है। मध्य प्रदेश में अबतक 99 कोरोना पॉजेटिव मिले हैं, इसमें से 75 तो सिर्फ इंदौर के केस हैं।

‘लॉकडाउन के बाद भी भीड़ न हो, इसके लिए साझा रणनीति की जरूरत’
वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा कि अब कोरोना वायरस के मरीजों के लिए अलग और खास अस्पतालों को सुनिश्चित करने की जरूरत है। पीएम मोदी ने साथ में यह भी कहा कि जब लॉकडाउन खत्म होगा, उसके बाद लोग बड़ी तादाद में बाहर न निकलने लगे, इसके लिए साझा रणनीति की जरूरत है।

धर्म गुरुओं से सहयोगी की पीएम की अपील इसलिए है अहम
मुख्यमंत्रियों से धर्म गुरुओं से बात करने संबंधी प्रधानमंत्री मोदी की अपील इस मायने में काफी अहम है कि कुछ जगहों पर लोग सहयोग के बजाय स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला कर रहे हैं। इंदौर से लेकर देश के तमाम हिस्सों से इस तरह की तस्वीरें आ रही हैं।

इसके अलावा तबलीगी जमात के निजामुद्दीन मरकज में पिछले महीने हुए जलसे में हिस्सा लेने वाले लोग कोरोना वायरस के सबसे बड़े कैरियर के रूप में उभरे हैं। सभी राज्य अपने-अपने यहां के ऐसे लोगों की शिद्दत से तलाश करने में जुटे हुए हैं, जो निजामुद्दीन मरकज से लौटे हैं। ऐसे ही लोगों की तलाश के दौरान मध्य प्रदेश, बिहार समेत देश के कई हिस्सों में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीमों पर हमले हुए हैं।

देखें, मेडिकल टीम पर कैसे टूट पड़े इंदौर के पत्थरबाज

देखें, मेडिकल टीम पर कैसे टूट पड़े इंदौर के पत्थरबाजमध्य प्रदेश में कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बनते जा रहे इंदौर शहर में बुधवार को बेहद शर्मनाक वाकया हुआ। टाटपट्टी बाखल इलाके में एक कोरोना संदिग्ध की जांच करने पहुंचे स्वास्थ्य कर्मियों पर लोगों ने हमला कर दिया। देखिए ये वीडियो रिपोर्ट।

तबलीगी जमात का बेहद लापरवाह रवैया
प्रधानमंत्री मोदी भले ही मुख्यमंत्रियों से धर्म गुरुओं का सहयोग लेने की अपील कर रहे हैं, लेकिन तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना मुहम्मद साद जैसे धार्मिक नेता ही अपने गैरजिम्मेदार रवैये से हजारों लोगों की जान खतरे में डाल दी है। निजामुद्दीन मरकज को खाली कराने की दिल्ली पुलिस की बार-बार अपील के बाद मौलाना ने जिद्दी रुख अपनाया। और तो और एक वायरल ऑडियो में मौलाना लोगों से मस्जिद आने की अपील करता रहा। ऑडियो क्लिप में मौलाना यह कहते हुए सुना जा रहा है कि अगर मस्जिद आने से मौत होती है तो इसके लिए मस्जिद से बेहतर कोई और जगह नहीं हो सकती।

परिवार के साथ घर में किया था कीर्तन

  • परिवार के साथ घर में किया था कीर्तन

    बताया जा रहा है कि विदेश से लौटने के बाद निर्मल सिंह ने दिल्ली समेत दूसरी जगहों पर कई धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था। यह भी कहा जा रहा है कि निर्मल सिंह ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ 19 मार्च को चंडीगढ़ में घर में कीर्तन का आयोजन किया था। इसमें कुछ रिश्तेदार भी शामिल हुए थे। वह यूके से लौटे थे।
  • निर्मल सिंह के आस-पास के घरों को सील किया गया

    फिलहाल इस तथ्य की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन अगर यह सच है तो आशंका है कि निर्मल सिंह परिवार के अलावा कई दूसरे लोगों के भी संपर्क में आए होंगे। फिलहाल उनके घरवालों को क्वारंटीन में भेज दिया गया है और निर्मल सिंह के आस-पास के घरों को सील कर दिया है।
  • कल निकले कोरोना पॉजिटिव, आज निधन

    निर्मल सिंह का आज सुबह हृदय गति रुकने से निधन हुआ। सरकारी मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सुजाता शर्मा ने बताया कि उनकी हालत बुधवार शाम को बिगड़नी शुरू हो गई थी और उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। बृहस्पतिवार तड़के साढ़े चार बजे उनका निधन हो गया। कोरोना वायरस के चलते पंजाब में अब तक 5 की मौत हो चुकी है।
  • सांस फूलने की शिकायत के बाद हुए थे भर्ती

    निर्मल सिंह हाल ही में विदेश से लौटे थे। 30 मार्च को उनको सांस फूलने और चक्कर आने की शिकायत हुई। इसके बाद उन्हें गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी जांच की गई तो रिपोर्ट में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई।
  • 2009 में पद्मश्री से हुए थे सम्मानित

    निर्मल सिंह पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित होने वाले स्वर्ण मंदिर के पहले हजूरी रागी थे। उन्हें 2009 में यह सम्मानित मिला था। वह स्वर्ण मंदिर के पूर्व हजूरी रागी रह चुके हैं। निर्मल सिंह को गुरु ग्रंथ साहिब के गुरबानी में सभी 31 रागों का ज्ञान था।

 

दिल्ली पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है लेकिन वह फरार है। तबलीगी जमात की वजह से देश में कोरोना पॉजिटिव केसों का आंकड़ा बहुत तेजी से बढ़ा है। जमात से जुड़े 10 से ज्यादा लोगों की अब तक मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग इस खतरनाक वायरस के संक्रमण का शिकार हो चुके हैं।

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