पटना । बिहार की राजधानी पटना रविवार को सुलग रही थी। करीब दो घंटे तक जिले के नदी थाना क्षेत्र स्थित जेठुली गांव रणक्षेत्र बना रहा। पार्किंग के विवाद को लेकर दर्जनों राउंड फायरिंग में पांच लोगों को गोली लगी, जिसमें दो की मौत हो गई। फायरिंग की घटना से आक्रोशित लोगों ने आरोपित पक्ष के विवाह घर और एक अन्य घर को फूंक दिया। एक गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया गया। आक्रोशित भीड़ के सामने पुलिस बेबस नजर आई। पटना में दिन के उजाले में हुई इस हिंसा ने पुलिस-प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए है।

इस घटना के बाद सूबे में राजनीति तेज हो गई है। हिसां की घटना के बाद देर रात जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि अगर पटना सुरक्षित नहीं है, तो बिहार में कहां सुरक्षित रहेंगे। माफियाओं के सामने शासन नतमस्तक है। पप्पू यादव ने कहा कि यहां लंबे समय से पानी, जमीन और बालू पर कब्जा किया जा रहा है। आम लोगों को कुछ नहीं समझा जाता है। पहले ही घटना हुई थी। माफियाओं को राजनीतिक पार्टियों का सह प्राप्त है, जिसके कारण उनके हौसले बुलंद है।

वहीं, भाजपा ने जेठुली की घटना को जंगलराज बताया। बिहार भाजपा ने ट्वीट कर जेठुली की घटना का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें भीड़ पुलिसकर्मियों पर पथराव कर रही है। भाजपा ने कहा बिहार की राजधानी पटना में दिन के उजाले में सैकड़ों राउंड हुई फायरिंग। दो लोगों की अबतक मौत, कई लोग घायल। ई “जंगलराज” नहीं तो कौन सा राज है!

हैरानी की बात ये है कि जिस वक्त जेठुली गांव में दो पक्षो में फायरिंग हो रही थी और दोनों घरों को आग के हवाले कर दिया गया तो दूसरी तरफ पटना में वरीय अधिकारियों की जिले के सभी थानेदारों के साथ बैठक चल रही थी। उधर, आक्रोशित भीड़ के सामने स्थानीय थाने के पदाधिकारी और जवानों की संख्या कम थी। आक्रोशित लोगों को पुलिस रोक नहीं पाई। जबतक पुलिस पदाधिकारी और अतिरिक्त फोर्स को घटनास्थल पर भेजा गया, आक्रोशित भी दो घरों में आग लगा चुकी थी। उसके बाद कई थानों की पुलिस पहुंची और फिर काबू पाया गया

वहीं, फायरिंग, पथराव और आगजनी के बाद तीन थानों की पुलिस जेठुली में दबिश दे रही है। गांव में देर रात तक पुलिस पदाधिकारियों के साथ ही रैफ और सौ से अधिक जवान गांव में कैंप करते रहे। तो वहीं बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और मंत्री तेजप्रताप यादव पटना में एक शादी समारोह में शिरकत करने पहंचे, जिसको लेकर दोनों भाइयों को विपक्ष की आलोचना का भी सामना करना पड़ा।