नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज से शुरू हो रहे ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत शनिवार सुबह 8 बजे राष्ट्रीय राजधानी में अपने आवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया।

आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में लोगों को तिरंगा घर लाने और भारत की आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में इसे फहराने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए ‘हर घर तिरंगा’ अभियान आज से शुरू हो गया है।

इससे पहले, शाह ने देशवासियों से आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान अपने घरों से तिरंगा फहराकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘हर घर तिरंगा’ अभियान में शामिल होने का आह्वान किया था।

वहीं बुधवार को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारतीय राष्ट्रीय ध्वज में केवल तीन रंग नहीं होते हैं, बल्कि यह हमारे अतीत के गौरव, वर्तमान के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और भविष्य के हमारे सपनों का प्रतिबिंब है।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सूरत में तिरंगा रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने याद किया कि कुछ ही दिनों में भारत अपनी आजादी के 75 साल पूरे कर रहा है और कहा कि हम सभी इस ऐतिहासिक स्वतंत्रता दिवस की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि हर कोने में देश का तिरंगा फहराया जाता है।

प्रधानमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की कि देश भर में हो रही तिरंगा यात्राएं हर घर तिरंगा अभियान की शक्ति और भक्ति का प्रतिबिंब हैं।

उन्होंने कहा, 13 से 15 अगस्त तक भारत के हर घर में तिरंगा फहराया जाएगा। समाज के हर वर्ग, हर जाति और पंथ के लोग अनायास ही एक पहचान के साथ जुड़ रहे हैं। यही भारत के एक ईमानदार नागरिक की पहचान हैै।

‘हर घर तिरंगा’ आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में लोगों को तिरंगा घर लाने और भारत की आजादी के 75वें वर्ष को चिह्नित करने के लिए इसे फहराने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक अभियान है।

आजादी का अमृत महोत्सव भारत की आजादी के 75 साल और भारत के लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को मनाने के लिए भारत सरकार की एक पहल है।

इस कार्यक्रम में हर जगह भारतीयों को अपने घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रेरित करने की परिकल्पना की गई है। कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रीय ध्वज के साथ संबंध को औपचारिक या संस्थागत रखने के बजाय अधिक व्यक्तिगत बनाना है।

पहल के पीछे का विचार लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना जगाना और तिरंगे के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है।

इससे पहले, भारतीय नागरिकों को चुनिंदा अवसरों को छोड़कर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की अनुमति नहीं थी। यह उद्योगपति नवीन जिंदल द्वारा एक दशक की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद बदल गया, जिसकी परिणति 23 जनवरी, 2004 के ऐतिहासिक SC फैसले में हुई, जिसमें घोषित किया गया था कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 19(1)(ए) के तहत राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान के साथ स्वतंत्र रूप से

हर घर तिरंगा अभियान के लिए केंद्र और पीएम मोदी की सराहना करते हुए, नवीन जिंदल ने प्रत्येक भारतीय से ‘हर दिन तिरंगा’ को अपना आदर्श वाक्य बनाने का आग्रह किया है।