मुंबई को धमाकों से दहलाने वालों को पाकिस्तान में फाइव स्टार सुविधाएं, UNSC में विदेश मंत्री जयशंकर ने खोली पड़ोसी देश की पोल

मुंबई को धमाकों से दहलाने वालों को पाकिस्तान में फाइव स्टार सुविधाएं, UNSC में विदेश मंत्री जयशंकर ने खोली पड़ोसी देश की पोल

नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य बनने के बाद इस मंच पर विदेश मंत्री एस.जयशंकर का पहला भाषण मंगलवार को था। विदेश मंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि आतंकवाद का मुद्दा भारत के लिए कितना अहम रहने वाला है। आतंकवाद से निबटने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर यूएनएससी के सभी स्थायी व अस्थायी सदस्यों की बैठक में जयशंकर ने आतंकवाद को मानवता के समक्ष सबसे बड़े खतरे के तौर पर चिह्नित करते हुए कहा कि यह मानवता के सबसे मूल सिद्धांत को समाप्त करने की कोशिश करता है।

विदेश मंत्री ने आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए आठ सूत्री फार्मूला किया पेश

उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष भारत की तरफ से आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए आठ सूत्री फार्मूला पेश किया। इसके जरिये भारत ने आतंकवाद का समर्थन करने के मुद्दे पर पाकिस्तान पर निशाना लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

जयशंकर ने कहा- आतंकवाद पर सभी देशों को एक समान रवैया अख्तियार करना चाहिए

भारत का पहला फार्मूला यह है कि आतंकवाद को किसी भी तरीके से न्यायोचित ठहराने को आतंकवाद का समर्थन करने के समान देखा जाना चाहिए। जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई भी किंतु या परंतु नहीं होना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर सभी देशों को एक समान रवैया अख्तियार करना चाहिए।

पाक की ओर इशारा करते हुए जयशंकर ने कहा- आतंकवाद पर दोहरा रवैया नहीं होना चाहिए

आतंकवाद पर दोहरा रवैया नहीं होना चाहिए। पाकिस्तान की तरफ से बुरे और भले आतंकवाद की बात किए जाने की तरफ इशारा करते हुए जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद में अच्छे-बुरे का भेदभाव करना कुछ देशों का एजेंडा है ताकि वे अपने निजी स्वार्थ को आगे बढ़ा सकें।

जयशंकर ने कहा- पाक ने मुंबई हमले के अपराधियों को दी सेवेन स्टार सुविधाएं 

इसी तरह से जयशंकर ने आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय स्तर के आतंकवाद के बीच के तालमेल की तरफ इशारा किया और इस बारे में सभी देशों को ज्यादा गंभीरता दिखाने की बात कही। इस संदर्भ में उन्होंने वर्ष 1993 के मुंबई बम हमले के कुछ अपराधियों को पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रश्रय मिलने और उन्हें सेवेन स्टार सुविधाएं देने की बात कही।

आतंकी मामले में फैसला राजनीतिक व धार्मिक तथ्यों के आधार पर नहीं होना चाहिए: जयशंकर

जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र की तरफ से जिन लोगों या संगठनों को आतंकी सूची में शामिल करना है या जिन्हें आतंकियों की सूची से बाहर निकाला जाना है, उस बारे में काफी गंभीरता से विमर्श करने और फैसला करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस बारे में फैसला राजनीतिक व धार्मिक तथ्यों के आधार पर नहीं होना चाहिए। उन्होंने संकेत दिया कि कुछ देश मौजूदा नीतियों का फायदा उठाने की कोशिश कर सकते हैं।

भारत ने आतंक के खिलाफ सामूहिक अंतरराष्ट्रीय सोच विकसित करने का दिया फार्मूला

सनद रहे कि पाकिस्तान की तरफ से चीन के साथ मिल कर कुछ भारतीयों के नाम आतंकियों की सूची में शामिल करने का प्रस्ताव लाने की कोशिश हो रही है। इसके साथ ही उन्होंने धार्मिक कट्टरवाद को बढ़ावा देने वाली पृथक सोच वाली संस्कृति के खिलाफ भी आवाज उठाई और इसके खिलाफ सामूहिक अंतरराष्ट्रीय सोच विकसित करने का फार्मूला दिया।


विडियों समाचार