‘मुसलमानों को आंख दिखाने वालों को नहीं बख्शेंगे’, इफ्तार पार्टी में किस पर भड़के अजित पवार?

‘मुस्लिम भाइयों को डराने वालों को नहीं बख्शेंगे’
उन्होंने समुदाय को अपने समर्थन का आश्वासन देते हुए कहा, “अगर कोई हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को डराने या सांप्रदायिक विवाद पैदा करने की हिम्मत करता है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।” एनसीपी नेता ने सांप्रदायिक सद्भाव और विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ एकता के महत्व पर जोर दिया और कहा कि होली, गुड़ी पड़वा और ईद जैसे त्योहार एकजुटता को बढ़ावा देते हैं।

एनसीपी नेता ने कहा, “छत्रपति शिवाजी महाराज, डॉ. बीआर अंबेडकर, ज्योतिबा फुले और अन्य जैसे कई महान नेताओं ने सभी धर्मों और जातियों को साथ लेकर सामाजिक प्रगति का मार्ग दिखाया है। हमें इस विरासत को आगे बढ़ाना है। भारत एकता और विविधता का प्रतीक है। हमने अभी होली मनाई है और अब गुड़ी पड़वा और ईद आ रही है। ये त्योहार हमें साथ रहना सिखाते हैं। हमारी असली ताकत एकता में है।”
IUML की इफ्तार पार्टी में विपक्ष के नेता हुए शामिल
उन्होंने कहा, “आपके भाई अजीत पवार आपके साथ हैं। अगर कोई हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को डराने या सांप्रदायिक कलह पैदा करने की कोशिश करता है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।” इससे पहले गुरुवार को इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने राष्ट्रीय राजधानी में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भाग लिया।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी इफ्तार पार्टी में शामिल हुए। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और सपा सांसद जया बच्चन सहित अन्य वरिष्ठ नेता भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
एकनाथ शिंदे ने खुद को बताया संभाजी महाराज
इस बीच, नागपुर हिंसा को लेकर विपक्ष द्वारा राज्य सरकार की आलोचना करने पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना (यूबीटी) गुट पर पलटवार करते हुए खुद की तुलना छत्रपति संभाजी महाराज से की और विपक्ष पर सत्ता के लिए समझौता करने का आरोप लगाया।