लखनऊ में विधान भवन के सामने महिला ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर लगाई आग, हालत गंभीर

लखनऊ में विधान भवन के सामने महिला ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर लगाई आग, हालत गंभीर

लखनऊ। अमेठी की पीडि़ता के विधान भवन के सामने आग लगाकर आत्मदाह के प्रयास का मामला अभी पुराना भी नहीं पड़ा था कि मंगलवार को एक महिला ने फिर आत्मदाह का प्रयास किया है। इस महिला ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली है। महिला को गंभीर हालत में सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली क्षेत्र के विधान भवन के सामने महिला ने आत्मदाह का प्रयास किया है। मामला धर्म परिवर्तन का बताया जा रहा है। अंजली तिवारी ने धर्म परिवर्तन के बाद अपना नाम आयशा रखा था। इसका पति सउदी अरब में नौकरी करता है। छत्तीसगढ़ की रहने वाली अंजली तिवारी ने वैवाहिक संबंध खराब होने और दहेज उत्पीड़न के चलते आग लगाकर जान देने का प्रयास किया है। पुलिस उसके आत्मदाह करने के प्रयास का कारण जानने में लगी है।

महाराजगंज से मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ की रहने वाली अंजली तिवारी ने दो वर्ष पहले घुघली थानाक्षेत्र के पचरूखिया से अखिलेश तिवारी ने शादी की थी। इस दौरान दोनों में खटपट होने के बाद वह अलग रहने लगी। इसके कुछ दिन बाद अंजली ने महराजगंज में ही राजघराना साड़ी सेंटर पर कार्य शुरू कर दिया। इसी कार्य के दौरान ही वीरबहादुर नगर निवासी लड़के आशिक से संबंध हो गया। अंजली का दावा है कि इसके बाद उन दोनों ने निकाह कर लिया था।

अंजली ने अपना नाम आयशा कर लिया। कुछ दिन बाद में लड़का आशिक सऊदी अरब चला गया। लड़के के जाने के बाद अंजली (आयशा) उसके घर में रहने की जिद करने लगी। यहां तक कि बीते चार अक्टूबर को वह अपने कथित पति के घर के सामने धरने पर बैठ गई। इसके बाद में मौके पर पहुंची पुलिस उसे लेकर महिला थाने पर लेकर गई थी, लेकिन मामले का हल नहीं निकल पाया। परेशान अंजली ने 13 अक्टूबर को आत्मदाह की बात को लेकर नोटिस दिया था। उसकी तलाश में महिला एसओ मनीषा सिंह को लखनऊ भेजा गया था।

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