तिहाड़ में 35 टुकड़े करने वाला… चेहरे पर शिकन तक नहीं; पूरी रात चैन से सोया आफताब

तिहाड़ में 35 टुकड़े करने वाला… चेहरे पर शिकन तक नहीं; पूरी रात चैन से सोया आफताब

आफताब अब तिहाड़ जेल पहुंच चुका है. जेल में आफताब की पहली रात बड़े ही आराम से कटी. जेल सूत्रों की मानें तो आफताब चैन से सोता रहा. उसके चेहरे पर शिकन तक नहीं दिखाई दी.

New Delhi : श्रद्धा वालकर हत्याकांड का आरोपी आफताब इस समय दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है. आफताब को शनिवार रात को कोर्ट से 13 दिन की न्यायिक हिरासत मिलने के बाद तिहाड़ लाया गया था. सेल नंबर-4 में आफताब को अकेला रखा गया है. 24 घंटे उस पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जा रही है. उसकी सेल के पास सुरक्षा गार्ड भी तैनात हैं. सूत्र बताते हैं कि 14 दिन पुलिस रिमांड पर रहने के बावजूद आफताब के चेहरे पर शिकन तक नहीं है. जेल में शिफ्ट होने के बाद वह पूरी रात चैन की नींद सोया. पूरी तरह से एकदम टेंशन फ्री दिखाई दिया.

इससे पहले आफताब की एक फोटो सामने आई थी, जिसमें वह हवालात के अंदर चैन से सोता हुआ दिखाई दे रहा था. जेल सूत्रों की मानें तो आफताब अपनी सेल में भी पूरी रात चैन से सोता रहा. वहीं आफताब की सुरक्षा को लेकर जेल प्रशासन सख्त है. उसे सभी कैदियों से अलग सेल नंबर-4 में रखा गया है. इसे सेपरेट सेल कहा जाता है. इस सेल से आफताब को जल्दी निकाला नहीं जाएगा. सीसीटीवी कैमरे से 24 घंटे उस पर निगरानी की जा रही है. जेल के बाहर सुरक्षा गार्ड तैनात हैं. आफताब ने शनिवार रात में पुलिस के सामने ही खाना भी खाया. आफताब को खाना देने से पहले भी उसकी जांच की जाती है.

13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया जेल

बता दें, दिल्ली पुलिस के पास आफताब की रिमांड के लिए सिर्फ 14 दिन का समय था, जो बीते शनिवार को खत्म हो गया. आफताब को मेडिकल के लिए अंबेडकर अस्पताल ले जाया गया था, जहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उसे कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट से आफताब को 13 दिन न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया.

28 नवंबर को हो सकता है आफताब का नार्को टेस्ट

28 नवंबर यानि सोमवार को आफताब का नार्को टेस्ट हो सकता है. इससे पहले बीते शुक्रवार को उसका पॉलिग्राफी टेस्ट भी अधूरा रह गया था. आफताब के पहले चरण का पॉलिग्राफी टेस्ट हो चुका है, लेकिन दूसरे चरण का टेस्ट बाकी है, जिसके लिए जांच टीम ने कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है. रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस टीम को महरौली के जंगलों में जो हड्डियां मिली थीं, वो असल में श्रद्धा की ही थीं. हड्डियों का डीएनए टेस्ट किया गया, जो उसके पिता के डीएनए से मेल खाता है.

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