राज्यपाल लेंगे राजनीति से संन्यास, पीएम से कही दिल की बात

राज्यपाल लेंगे राजनीति से संन्यास, पीएम से कही दिल की बात

New Delhi : महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी अब राजनीतिक जीवन से संन्यास लेना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है और उन्हें अपने दिल की बात बता दी है. भगत सिंह कोश्यारी भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे हैं. वो उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे हैं और अभी महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं. उनके राजभवन में रहते हुए महाराष्ट्र की राजनीति का सबसे बड़ा तख्तापलट हुआ था, जिसमें एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे को पटखनी देकर मुख्यमंत्री पद को हासिल कर लिया था. भारतीय जनता पार्टी इस तख्तापलट के बाद सरकार में शामिल हुई. उन्होंने ही एकनाथ शिंह को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई.

प्रधानमंत्री से कह चुके हैं दिल की बात

महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर कहा है कि वो अब राजनीतिक जीवन से दूर होना चाहते हैं और आगे कुछ समय तक पठन-पाठन में खुद को व्यस्त रखना चाहते हैं. भगत सिंह कोश्यारी ने ट्विटर पर इस बारे में सूचना दी है. उन्होंने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री की हालिया मुंबई यात्रा के दौरान उनसे अपने मन की बात की है. मैंने अपनी इच्छाएं प्रधानमंत्री के सामने जाहिर कर दी है. मैंने उनसे आग्रह किया है कि अब मुझे सभी राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया जाए. मैं अपनी आगे की बची हुई जिंदगी पढ़ने, लिखने और अन्य कार्यों में लगाना चाहता हूं.

ताउम्र आरएसएस से जुड़े रहे कोश्यारी

बता दें कि भगत सिंह कोश्यारी उत्तराखंड के दूसरे मुख्यमंत्री रहे थे. इसके बाद वो उत्तराखंड में नेता प्रतिपक्ष रहे थे. सन 1942 में अल्मोड़ा में जन्म लेने वाले भगत सिंह कोश्यारी ने शुरुआत से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का दामन थाम लिया था. वो इमरजेंसी के समय जेल में बंद भी रहे थे. साल 2000 में जब उत्तराखंड ( तब उत्तरांचल ) नये राज्य के तौर पर अस्तित्व में आया, तो उन्हें उर्जा, सिंचाई, कानून और सदन के मामलों का मंत्रालय सौंपा गया. इसके बाद उन्हें साल 2001 में ही राज्य का मुख्यमंत्री बना दिया गया. साल 2019 में वो महाराष्ट्र के राज्यपाल बनाए गए थे.

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