जीव को संस्कारित कर मोक्ष प्रदान करती है श्रीमद् भागवत कथा: राधिका

जीव को संस्कारित कर मोक्ष प्रदान करती है श्रीमद् भागवत कथा: राधिका
  • सहारनपुर में श्रीमद् भागवत महापुराणा के विश्राम पर आरती करते श्रद्धालु।

सहारनपुर। कथाव्यास राधिका दीदी ने कहा कि श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा जीव को संस्कारित कर मोक्ष प्रदान करती है। कथाव्यास राधिका दीदी आज राधा विहार स्थित महाशक्ति पीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर में श्रीमद् भागवत महापुराणा कथा के विश्राम पूर्णाहुति के दौरान श्रद्धालुओं को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि श्रीमद भागवत महापुराण कथा जीव के समस्त कर्मों को नष्ट कर उनके जीवन का पुनर्निर्माण करती है।

उन्होंने कहा कि श्रीमद भागवत अमृतरस जीव के समस्त कर्मों को सत्कर्मों में परिवर्तित कर उसे मोक्ष के मार्ग के लिए प्रशस्त करती है। उन्होंने कहा कि जो जीव निष्काम भाव से श्री हरि की सेवा करते हैं, श्रीहरि उन्हें सब कर्म बंधनों से मुक्त कर सांसारिक सुख व वैभव प्रदान कर अंत में मोक्ष प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत महापुराण में चार वेद, छह शास्त्र, 17 पुराण, वेद-वेदांग, उपनिषद, गीता, रामायण, महाभारत एवं कलयुग के अंत तक का प्रभाव है।

ऐसे ग्रंथ की शरण में जाने से जीव का कल्याण होता है। इस दौरान मेहर चंद जैन, रमेश शर्मा, अमित वर्मा, राजेंद्र धीमान, नरेश चंदेल, संजय राणा, वर्षा, किरण, बबली, संगीता, विभा, सुचेता, उमा, ललतेश, सुदेश आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।

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