नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान का एक साल पूरा हो गया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट कर बधाई दी। इस एक साल के आंकड़ों पर हम गौर करें तो यह यात्रा संतोषजनक लगती है। इस अवधि में कोरोना रोधी वैक्सीन की 157 करोड़ से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी हैं। देश की 93 प्रतिशत वयस्क आबादी को टीके की पहली डोज लग चुकी है जबकि 69.8 प्रतिशत से अधिक का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है।

टीकाकरण के प्रमुख सोपान

  • एक अप्रैल, 2021- 10 करोड़ डोज लगाई गईं
  • 25 जून, 2021- 25 करोड़ डोज दी गईं
  • छह अगस्त, 2021- 50 करोड़ डोज लगाने का आंकड़ा पार
  • 13 सितंबर, 2021- 75 करोड़ डोज लगाई गईं
  • 21 अक्टूबर, 2021- भारत ने 100 करोड़ डोज लगाईं
  • सात जनवरी, 2022- 150 करोड़ डोज लगाने का आंकड़ा पार

PM Modi ने सराहा 

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘आज टीकाकरण अभियान को एक साल पूरे हो गए। मैं टीकाकरण अभियान से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति को सलाम करता हूं। हमारे टीकाकरण कार्यक्रम ने कोरोना से लड़ने के लिए हमें मजबूती प्रदान की है। इसके साथ ही इस कार्यक्रम के चलते लोगों की जिंदगियां और आजीविका बचान में भी हम सफल हुए हैं।’

अब तक पांच वैक्सीन को मंजूरी

भारत में अब तक कोरोना रोधी पांच वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग को मंजूरी दी गई हैं। ये हैं-

  • कोविशील्ड- आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित और सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा उत्पादित
  • कोवैक्सीन- भारत बायोटेक द्वारा पूरी तरह से स्वदेशी तौर पर विकसित और उत्पादित
  • अमेरिकी दवा कंपनी माडर्ना की वैक्सीन
  • अमेरिकी ही दवा कंपनी जानसन एंड जानसन की वैक्सीन, और
  • जायकोव डी- जायडस कैडिला द्वारा विकसित और उत्पादित

दुनिया का सबसे सफल अभियान

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने टीकाकरण अभियान को दुनिया का सबसे सफल अभियान करार दिया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘आज विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का एक साल पूरा हो गया है। पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शुरू हुआ यह अभियान सबके प्रयास के साथ आज दुनिया का सबसे सफल टीकाकरण अभियान है। मैं सभी स्वास्थ्य कर्कयों, विज्ञानियों और देशवासियों को बधाई देता हूं।’

कुछ ऐसे चला टीकाकरण अभियान

  • 16 जनवरी, 2021- देश में स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाने से शुरू हुआ टीकाकरण अभियान
  • दो फरवरी, 2021- फ्रंटलाइन वर्कर को टीका लगाना शुरू किया गया
  • एक मार्च, 2021- 60 साल से अधिक उम्र और गंभीर रोगों से ग्रस्त 45-60 वर्ष के लोगों का टीकाकरण शुरू
  • एक अप्रैल, 2021- 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को टीका लगने लगा
  • एक मई, 2021- 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ
  • तीन जनवरी, 2022- 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग के किशोरों का टीकाकरण शुरू
  • 10 जनवरी, 2022 – स्वास्थ्य कर्मियों व फ्रंटलाइन वर्कर एवं गंभीर रोगों से ग्रस्त 60 वर्ष से अधिक उम्र वालों को सतर्कता डोज देनी शुरू की गई

हासिल किए कई मील के पत्थर

टीकाकरण अभियान में देश ने कई मील के पत्थर हासिल किए, जिनकी दुनिया में कोई मिसाल नहीं है। भारत ने नौ महीने से भी कम समय में 100 करोड़ डोज लगा दी। एक दिन में 2.51 करोड़ डोज लगाने का रिकार्ड बनाया। एक दिन में एक करोड़ से अधिक डोज लगाने का आंकड़ा तो भारत ने कई बार पार किया। विश्व के विकसित और कम आबादी वाले देशों में टीकाकरण अभियान की तुलना में भारत की यह उपलब्धि कम बड़ी नहीं है। तमाम संसाधन और सुविधाएं होने के बावजूद अमेरिका समेत कोई भी दूसरा देश टीकाकरण में भारत जैसी उपलब्धि हासिल नहीं कर सका है।

गृह मंत्री शाह ने कही यह बात

केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मजबूत व प्रेरक नेतृत्व में कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में विश्व के सबसे बड़े मुफ्त टीकाकरण अभियान के सफलतम एक वर्ष पूरा होने पर देश के प्रतिभावान विज्ञानियों, स्वास्थ्य कर्मियों, सभी कोरोना योद्धाओं और देशवासियों को बधाई देता हूं।’

भाजपा ने भी पीएम की सराहना की

भाजपा मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि टीकाकरण अभियान में भारत ने एक रिकार्ड स्थापित किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यह दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान है।

भाजपा अध्यक्ष ने बधाई दी

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी टीकाकरण के एक साल पूरा होने पर देश के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ने बड़ी आबादी को टीका लगाने के असंभव लगने वाले लक्ष्य को संभव बनाया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि भारत में अब तक 156 करोड़ वैक्सीन की डोज लग चुकी हैं जिसमें से 99 करोड़ डोज ग्रामीण क्षेत्रों में लगाई गई हैं। 70 प्रतिशत वयस्क आबदी का पूर्ण टीकाकरण हो गया है। तीन करोड़ से ज्यादा किशोरों को जिनकी उम्र 15-18 साल के बीच है उन्हें भी अबतक वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। भारत ने कोरोना के खिलाफ डटकर लडाई लड़ी है।