‘किसी के चक्कर में नहीं पड़ना है, चौथी बार CM बनना है’ गहलोत ने वीडियो से कही मन की बात

‘किसी के चक्कर में नहीं पड़ना है, चौथी बार CM बनना है’ गहलोत ने वीडियो से कही मन की बात

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया जालमपुरा के रहने वाले एक 86 वर्षीय बुजुर्ग उन्हें चौथी बार सीएम बनने का आशीर्वाद दे रहे हैं. बुजुर्ग ने गहलोत को कहा कि-किसी के चक्कर में नहीं पड़ना है.

राजस्थान के सियासी गलियारों की तरह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीते मंगलवार सोशल मीडिया पर भी छाए रहे. गहलोत ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया जिसकी दिनभर चर्चा रही. दरअसल सीएम गहलोत मंगलवार को चित्तौड़गढ़ के दौरे पर थे जहां वह जनता से मुलाकात कर रहे थे इसी दौरान गहलोत को चित्तौड़गढ़ के जालमपुरा निवासी 86 वर्षीय नगजीराम जाट ने आशीर्वाद दिया. बुजुर्ग ने गहलोत को कहा कि-किसी के चक्कर में नहीं पड़ना है, चौथी बार मु्ख्यमंत्री बनाएंगे, वापस मुख्यमंत्री बनकर आना है. बुजुर्ग ने आगे कहा कि कोई दिल्ली भेजे, किसी की नहीं सुननी है, दिल्ली खुद चलकर आ जाएगी.

वहीं सीएम गहलोत ने सामने से पूछे कि- दिल्ली नहीं जाना है क्या, ऐसे में बुजुर्ग ने जवाब दिया कि दिल्ली खुग आपके पास आएगी. माना जा रहा है कि गहलोत ने वीडियो शेयर कर 2023 के लिए अपनी रणनीति और विरोधियों को सियासी संदेश दे दिया है.

गहलोत ने कही मन की बात !

बता दें कि सीएम गहलोत गुजरात के चुनावी दौरे के बीच लगातार राजस्थान में भी तूफानी दौरे कर रहे हैं. बीते मंगलवार को जहां गहलोत ने प्रदेश के 11 नर्सिंग कॉलेजों का शुभारंभ किया. मालूम हो कि गहलोत कांग्रेस आलाकमान की ओर से गुजरात चुनाव में वरिष्ठ पर्यवेक्षक के तौर पर भेजे गए हैं.

अब राजस्थान में गहलोत के वायरल हो रहे वीडियो को लेकर जानकारों का कहना है कि गहलोत ने राहुल गांधी की यात्रा से पहले अपने मन की बात कह दी है. गहलोत ने साफ संदेश दिया है कि वह राजस्थान से नहीं जाना चाहते हैं.

गौरतलब है कि सितंबर से पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के दौरान उनका दिल्ली जाना लगभग तय माना जा रहा था लेकिन आखिरी मौके पर गहलोत समर्थक मंत्रियों ने विधायक दल की बैठक का बहिष्कार कर दिया और उस दिन के बाद से पूरा पासा पलट गया. हालांकि गहलोत ने पूरे घटनाक्रम पर सोनिया गांधी से माफी मांगी थी जिसके बाद हाल में वह सोनिया गांधी के बगल में बैठे दिखे थे. जानकार कहते हैं कि गहलोत पहले दिन से ही कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए इच्छुक नहीं थे.

एक्शन लेने की मांग पर अड़ा पायलट कैंप

जहां एक तरफ गहलोत राजस्थान नहीं छोड़कर जाने का संकेत दे रहे हैं दूसरी ओर राजस्थान में पायलट गुट लगातार नेतृत्व परिवर्तन की मांग दोहरा रहा है.

व्हाट्सएप पर समाचार प्राप्त करने के लिए यंहा टैप/क्लिक करे वीडियो समाचारों के लिए हमारा यूट्यूब चैनल सबस्क्राईब करे