पहले ढाई साल CM का पद मांगेगी शिवसेना?
- उद्धव ठाकरे पहले ही बीजेपी को याद दिला चुके हैं 50-50 फॉर्म्युला
- पोस्टर वॉर के जरिए आदित्य ठाकरे का नाम सीएम पद के लिए बढ़ाया जा रहा है आगे
- ‘सामना’ में शिवसेना ने बीजेपी को संदेश देते हुए कार्टून भी छापा है
- पार्टी विधायकों के साथ मीटिंग में उद्धव बनाएंगे ऐक्शन प्लान
मुंबई
विधानसभा के चुनाव परिणाम सामने आने के बाद राज्य में नई सरकार के लिए राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। बीजेपी को बहुमत से कम सीटें मिली हैं, इसलिए शिवसेना किंगमेकर की भूमिका में आ चुकी है। उसने आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है। सत्ता के समान बंटवारे के साथ ही शिवसेना पहले ढाई साल के लिए आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव बीजेपी के सामने रखने की तैयारी में है।
शुरू हुआ पोस्टर वॉर
शुक्रवार को वर्ली में आदित्य ठाकरे को भावी मुख्यमंत्री बताने वाले पोस्टर नजर आए। वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने अपनी पार्टी के चुनाव चिह्न ‘बाघ’ को एनसीपी का चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ पहने और बीजेपी के चुनाव चिह्न ‘कमल’ को सूंघता हुआ एक कार्टून ट्विटर पर पोस्ट किया। इस कार्टून का यह राजनीतिक अर्थ निकाला जा रहा है कि शिवसेना बीजेपी को संकेत देना चाहती है कि वह बदली परिस्थितियों में राकांपा के साथ भी जा सकती है।
‘सामना’ से हमला
शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के जरिए भी बीजेपी पर दबाव बनाने की कोशिश शुरू हो गई है। मुखपत्र के संपादकीय में लिखा गया है कि यह ‘महाजनादेश’ नहीं है, बल्कि इस परिणाम से ‘सत्ताधीशों’ को सबक मिला है। अब सत्ता की धौंस नहीं चलेगी।’ इतना ही नहीं शिवसेना ने चुनाव से पहले एनसीपी नेताओं को तोड़ कर बीजेपी में लेने पर भी तंज कसते हुए लिखा है, ‘बीजेपी ने एनसीपी में इस तरह से सेंध लगाई और ऐसा माहौल बन गया कि पवार की पार्टी में कुछ बचेगा या नहीं।’
शनिवार को मातोश्री में बैठक
शनिवार को दोपहर 12 बजे उद्धव ठाकरे ने अपने घर मातोश्री में शिवसेना के सभी नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक बुलाई है, जिसमें वह पार्टी की आगामी रणनीति पर विधायकों की राय लेंगे। हालांकि चुनाव परिणामों के तुरंत बाद ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद और मंत्रियों के विभागों के समान बंटवारे की मांग करके उद्धव ठाकरे पहले ही पार्टी की ‘लाइन ऑफ ऐक्शन’ जाहिर कर चुके हैं। विधायकों की बैठक में पहले ढाई साल के लिए शिवसेना का मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग उठना तय है, ताकि बीजेपी से कहा जा सके कि शिवसेना के विधायक आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं।