पुणे । राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान के आम लोग भारत के दुश्मन नहीं हैं, लेकिन जो सेना की मदद से सत्ता चाहते हैं वे दोनों देशों के बीच तनाव बना रहे इसके पक्षधर हैं। इमरान खान का नाम लिए बगैर उन्होंने यह भी कहा कि एक युवक ने पाकिस्तान की बागडोर संभाली और उस देश को दिशा देने की कोशिश की लेकिन सत्ता से बेदखल कर दिया गया।

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यूक्रेन में युद्ध और श्रीलंका में अशांति का जिक्र करते हुए पवार ने कहा, “आज दुनिया में एक अलग तरह की स्थिति है। रूस जैसा शक्तिशाली देश यूक्रेन जैसे छोटे देश पर हमला कर रहा है, श्रीलंका में युवा सड़क पर हैं, लड़ रहे हैं और उस देश के नेता भूमिगत हो गए हैं।”

राकांपा प्रमुख ने जाहिर तौर पर इमरान खान का जिक्र करते हुए कहा, “पड़ोसी पाकिस्तान में, जहां आपके और मेरे भाई हैं… एक युवक ने प्रधानमंत्री पद की बागडोर संभाली, देश को एक दिशा दिखाने की कोशिश की गई, लेकिन प्रधानमंत्री को सत्ता से बेदखल कर दिया गया और अब वहां एक अलग ही तस्वीर है। “बता दें कि इमरान खान (69) को हाल ही में पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव के बाद प्रधानमंत्री के रूप में पद छोड़ना पड़ा था।

पाकिस्‍तान में गर्मजोशी से हुआ स्‍वागत 

पवार ने कहा कि वह केंद्रीय मंत्री और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष के रूप में कई बार पाकिस्तान गए।

“लाहोर हो, कराची, हम जहां भी गए, गर्मजोशी से स्वागत किया गया। हम एक मैच के लिए अपनी क्रिकेट टीम के साथ कराची गए थे। मैच के एक दिन बाद, खिलाड़ियों ने अपने आसपास के स्थानों को देखने की इच्छा व्यक्त की … हम गए एक रेस्तरां में और नाश्ता करने के बाद, जब हमने बिल का भुगतान करने की कोशिश की, तो रेस्तरां के मालिक ने पैसे लेने से इनकार कर दिया और कहा कि हम उनके मेहमान हैं।” पवार ने आगे कहा कि पाकिस्तान के आम लोग भारत के दुश्मन नहीं हैं। उन्होंने कहा, “जो लोग राजनीति करना चाहते हैं और (पाकिस्तानी) सेना की मदद से सत्ता हथियाना चाहते हैं, वे संघर्ष के पक्ष में हैं।”