कोरोना वायरस: पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने फोन पर की बात

- फोन पर पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ने की बात
- कोरोना वायरस के वर्तमान हालात पर दोनों नेताओं ने की चर्चा
- महामारी के बीच एक-दूसरे के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर हुई बात
- COVID-19 महामारी से प्रभावित रूस और भारत के हालात कमोबेश एक जैसे
नई दिल्ली
कोरोना वायरस से निपटने में दुनिया के बड़े ताकतवर देश भी नाकाम साबित हो रहे हैं। वहीं, रूस ने अबतक इस बीमारी से जनहानि को रोकने में सफलता पाई है। इस वायरस ने दुनिया का सबसे ताकतवर मुल्क कहे जाने वाले अमेरिका की कमर तोड़कर रख दी है। वहां मौतों की संख्या 773 हो गई है। इटली, स्पेन जैसे विकसित देश भी COVID-19 के आगे पस्त हो चुके हैं। द मॉस्को टाइम्स के अनुसार, रूस में कोरोना वायरस से अब तक एक व्यक्ति की मौत हुई है। इधर, भारत में 21 दिन के लॉकडाउन के बीच बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच फोन पर बातचीत हुई। इस दौरान कोरोना वायरस पर भी चर्चा की गई।
रूस इस वायरस को कंट्रोल करने में कैसे सफल हो रहा है, माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार शाम रूसी राष्ट्रपति से फोन पर इस बारे में भी चर्चा की होगी। दरअसल, जिस तरह से दुनिया में कोरोना वायरस ने अबतक 19 हजार से ज्यादा लोगों की जान ली है, भारत में भी 500 से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हुए हैं, ऐसे हालात में मोदी और पुतिन के बीच हुई यह बातचीत बेहद अहम है।
दोनों नेताओं के बीच, COVID-19 के ताजा हालात पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने रूस में भारतीय छात्रों की सलामती सुनिश्चित करने के लिए रूसी अधिकारियों के सहयोग की तारीफ की और उम्मीद जताई कि ऐसा आगे भी जारी रहेगा। राष्ट्रपति पुतिन ने इस संबंध में हर तरह की मदद का आश्वासन दिया है। पीएम मोदी ने पुतिन को यह विश्वास दिलाया कि वह भारत से रूसी नागरिकों की सकुशल वापसी के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
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COVID-19 से लड़ाई में सहयोग पर बनी सहमति
राष्ट्रपति पुतिन ने भारत में COVID-19 से निपटने की खातिर उठाए गए कदमों के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की। दोनों नेताओं ने इस वैश्विक संकट की सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए परस्पर सहयोग पर सहमति जताई। रूस में भारतीय नागरिकों और भारत में रूसी नागरिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों को लेकर मोदी और पुतिन ने एक-दूसरे के प्रति आभार जताया। प्रधानमंत्री ने रूस में महामारी से मौत पर संवेदना जताई। जो लोग ठीक हो चुके हैं, उनपर खुशी जाहिए करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने उम्मीद जताई कि राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व में रूस इस बीमारी से लड़ाई जीतेगा। रूस और भारत, दोनों ही इस महामारी का प्रकोप झेल रहे हैं। भारत में जहां अब तक कोरोना के 600 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। वहीं, रूस में भी 658 से ज्यादा लोग COVID-19 से इन्फेक्ट हुए हैं।
भारत में कैसे हैं हालात?
देशभर में कोरोना वायरस से इन्फेक्टेड लोगों की संख्या बुधवार को 606 हो गई। हालात की समीक्षा के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन की अध्यक्षता में मंत्री समूह की मीटिंग हुई। इसके बाद, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 553 मरीजों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन के बीच वायरस के टेस्ट और चिकित्सा सुविधाओं को प्रभावी बनाने के उपाय सुनिश्चित किये गये हैं। पूरे देश में 29 निजी लैब्स और 1600 सैंपल कलेक्शन सेंटर्स का रजिस्ट्रेशन किया गया है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की देशभर में 118 लैब्स भी काम कर रही हैं।
रूस में अबतक एक की मौत
बुधवार को रूस में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 658 हो गई। अब तक वहां एक व्यक्ति की मौत हुई है। बुधवार को 163 नए मामले सामने आए। वहां एक दिन में हुई सबसे ज्यादा बढ़ोतरी है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए वहां सारे स्पोर्ट्स और कल्चरल इवेंट्स टाल दिए गए हैं। किसी तरह के सामूहिक कार्यक्रम पर भी रोक है। राष्ट्रपति पुतिन ने बुधवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि अगले सप्ताह पूरे देश में पेड हॉलिडे होगा ताकि वायरस को फैलने से रोका जा सके। रूस की राजधानी मॉस्को में 65 साल से ज्यादा के व्यक्तियों को घर में सेल्फ आइसोलेट रहने को कहा गया है।
दुनियाभर में 19,000 से ज्यादा को लील गया कोरोना
ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दुनियाभर में कोरोना वायरस ने अबतक 19,752 लोगों की जान ली है। अबतक कुल 446,946 मामले सामने आए हैं जिनमें से 112,058 लोग रिकवर हुए हैं। एक्टिव केसेज की संख्या करीब सवा तीन लाख है। दुनिया में इससे सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में चीन, इटली, स्पेन, ईरान, फ्रांस, अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देश शामिल हैं।