कोरोना: एक दिन में करीब 6 हजार नए केस, सरकार बोली- अधिकतर मामले विदेश से आने वालों के

कोरोना: एक दिन में करीब 6 हजार नए केस, सरकार बोली- अधिकतर मामले विदेश से आने वालों के

 

  • भारत में कोरोना महामारी के खिलाफ जंग के बीच मंगलवार को चौंकाने वाले आंकड़े समाने आए
  • पिछले 24 घंटों के अंदर देश भर में 5 हजार के आसपास कोरोना के नए मामले दर्ज किए गए हैं
  • हालांकि स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय का कहना है कि इनमें से अधिकांश लोग ऐसे हैं जो विदेश से दूसरे राज्‍यों से आए हैं

नई दिल्‍ली
देश में मंगलवार को कोरोना वायरस के 6,148 नए मामले मामले सामने आए जिनमें से अधिकतर लोग वे हैं जो विदेश या दूसरे राज्यों से लौटे हैं। वहीं, अधिकारियों ने कहा कि भारत में इस विषाणु के चलते मृत्यु दर अन्य देशों के मुकाबले काफी कम है, जबकि संक्रमण के मामलों को एक लाख तक पहुंचने में काफी अधिक समय लगा है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने आंकड़ों में बताया कि देश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मौत के मामले 3,163 पर पहुंच गए और संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 1,01,139 हो गयी। इसमें पिछले 24 घंटों में संक्रमण के करीब पांच हजार नए मामलों और मौत के 134 मामलों की वृद्धि हुई। हालांकि, विभिन्न राज्यों के आंकड़ों के आधार पर मंगलवार शाम पौने सात बजे तक संक्रमण के पुष्ट मामलों की संख्या 1,01,688 थी। अब तक 39 हजार से अधिक रोगी ठीक हुए हैं और 59 हजार से अधिक लोगों का अभी उपचार चल रहा है।

सरकार का सुझाव, अपने फोन में रखें ये ऐप्स

  • सरकार का सुझाव, अपने फोन में रखें ये ऐप्स

    हाल ही में भारत सरकार के डिजिटल इंडिया अकाउंट से ट्वीट किया गया, ‘अलर्ट रहें, सुरक्षित रहें और डिजिटल सर्विसेज के साथ कनेक्टेड रहें! कोविड-19 महामारी के समय में जिंदगी को आसान बनाने के लिए इन मोबाइल ऐप्स को डाउनलोड करें।’ इस ट्वीट में सरकार ने 6 ऐप्स बताए हैं जो कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में नागरिकों की मदद करते हैं। जानें उन 6 ऐप्स के बारे में…
  • BHIM UPI

    इस ऐप को नैशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने डिवेलप किया है। भीम ऐप यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी यूपाई पर बेस्ड है। दिसंबर, 2016 में लॉन्च हुए इस ऐप से बिजली, पानी के बिल पे करने से लेकर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन जैसे काम किए जा सकते हैं। इस ऐप का इस्तेमाल छोटी-बड़ी दुकानों पर पेमेंट करने के लिए भी किया जाता है।
  • Umang app

    उमंग ऐप में 600 से ज्यादा सर्विसेज को घर बैठे इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें केंद्र सरकार, राज्य सरकार, स्थानीय निकाय और निजी कंपनियों के यूटिलिटी बिल जैसी बड़ी सर्विसेज ऑफर की जाती हैं। इनमें आधार, पैन, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पीएफ आदि शामिल हैं।
  • Aarogya Setu

    सरकार का आधिकारिक कोरोना ट्रैकिंग ऐप आरोग्य सेतु का मकसद कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकना है। पिछले महीने लॉन्च हुए आरोग्य सेतु को अभी तक 10 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। इस ऐप को मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी (Meity) ने NIC के गाइडेंस में बनाया है। यह स्मार्टफोन के लोकेशन डेटा और ब्लूटूथ का इस्तेमाल कर यह ट्रेस करता है कि यूजर किसी कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में तो नहीं आया है। यह ऐप 11 अलग-अलग भाषाओं में उपलब्ध है।
  • Ayush Sanjivani app

    इसी महीने की शुरुआत में लॉन्च हुआ आयुष संजीवनी ऐप आयुष मंत्रालय और मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी ने विकसित किया है। इस ऐप का उद्देश्य आयर्वेदिक दवाइयों की स्वीकार्यता के बारे में डेटा इकट्ठा करना है। इसके अलावा कोविड-19 को रोकने में आयुर्वेद के असर और लोगों के बीच इसके इस्तेमाल को लेकर जानकारी हासिल करना है।
  • E-Gram Swaraj app

    ई-ग्राम स्वराज ऐप को इसी साल अप्रैल में लॉन्च किया गया। इस ऐप का मकसद देशभर के पंचायती राज इंस्टीट्यूशंस में ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देना है। इसका उद्देश्य है कि जरूरत को पहचान कर गांवों के विकास में मदद दो और हर सेक्टर में लोगों की भागीदारी बढ़े।
  • Jan Aushadhi Sugam App

    का मकसद लोगों को जेनरिक दवाइयों की कीमत और उपलब्धता के बारे में जानकारी मुहैया कराना है। देशभर में प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्रो पर इन दवाइयों को सस्ते दाम में बेचा जाता है। इस ऐप की मदद से लोगों को जेनरिक दवाइयां और उनके दाम जानने में मदद मिलती है। इसके अलावा आप अपने पास मौजूद केंद्र की लोकेशन भी जान सकते हैं।

देश में प्रति लाख पर 7.1 मामले
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि भारत में प्रति लाख आबादी पर कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 7.1 है, जबकि वैश्विक आंकड़ा प्रति एक लाख की आबादी पर 60 मामलों का है। उसने विश्व स्वास्थ्य संगठन के हवाले से कहा कि सोमवार तक दुनिया भर में कोरोना वायरस के 45,25,497 सामने आए हैं यानी संक्रमण की दर प्रति एक लाख आबादी पर 60 लोगों की है।

लेकिन मृत्‍यु दर दुनिया से बेहतर
मंत्रालय ने कहा कि भारत में अब तक प्रति एक लाख आबादी पर कोविड-19 से मौत के करीब 0.2 मामले आए हैं जबकि दुनिया का आंकड़ा 4.1 मृत्यु प्रति लाख का है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि भारत में संक्रमण के मामले 64 दिन में 100 से एक लाख तक पहुंचे हैं, जो अमेरिका और स्पेन जैसे देशों की तुलना में दुगुने से अधिक समय है।

NBT

कोरोना के आंकड़े

बाकी दुनिया में तेजी से बढ़ा कोरोना
स्वास्थ्य मंत्रालय और वर्ल्डोमीटर्स के आंकड़ों के अनुसार अमेरिका में कोरोना वायरस के मामलों को 100 से एक लाख तक पहुंचने में 25 दिन लगे, जबकि स्पेन को 30 दिन, जर्मनी को 35 दिन, इटली को 36 दिन, फ्रांस को 39 दिन और ब्रिटेन को 100 से एक लाख तक पहुंचने में 42 दिन लगे।

मंत्रालय ने कहा कि सोमवार को देश में कोविड-19 के लिए रिकॉर्ड 1,08,233 नमूनों की जांच की गई। अब तक कुल 24,25,742 नमूनों की जांच की जा चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के हवाले से मंत्रालय ने कहा कि दुनियाभर में मंगलवार तक कोविड-19 से मौत के 3,11,847 मामले आए हैं जो करीब 4.1 मृत्यु प्रति लाख आबादी हैं।

डराती है अमेरिका की मृत्‍यु दर
मंत्रालय ने कहा कि जिन देशों में कोरोना वायरस संक्रमण से बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं, उनमें अमेरिका में 87,180 लोगों की मौत हो चुकी है यानी प्रति एक लाख आबादी पर यह दर 26.6 की है। ब्रिटेन में 34,636 लोगों की मौत हो चुकी है और इस लिहाज से संक्रमण से मृत्यु की दर करीब 52.1 लोग प्रति एक लाख है। इटली में 31,908 लोगों की मौत के साथ यह दर करीब 52.8 मृत्यु प्रति लाख जनसंख्या, फ्रांस में मृत्यु के कुल 28,059 मामलों के साथ 41.9 मौत प्रति लाख, वहीं स्पेन में संक्रमण से 27,650 लोगों की मौत के साथ यह दर करीब 59.2 प्रति लाख है।

जर्मनी, ईरान, कनाडा, नीदरलैंड और मेक्सिको में यह दर क्रमश: लगभग 9.6, 8.5, 15.4, 33.0 और 4.0 मौत प्रति लाख आबादी है। चीन में कोविड-19 के कारण अब तक 4,645 लोगों की मौत हुई है और वहां मौत की दर करीब 0.3 मृत्यु प्रति लाख आबादी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ‘अपेक्षाकृत मृत्यु के कम आंकड़े दर्शाते हैं कि भारत में समय पर मामलों की पहचान कर उनका चिकित्सीय प्रबंधन किया गया।’

जनवरी में थी 1 लैब, अब 385 सरकारी
जांच के मामले में मंत्रालय ने कहा कि जनवरी में जहां केवल एक प्रयोगशाला में कोविड-19 की जांच हो रही थी, वहीं आज 385 सरकारी और 158 निजी लैब में जांच हो रही हैं। मंत्रालय के अनुसार, केंद्र सरकार की सभी प्रयोगशालाओं, सरकारी मेडिकल कॉलेजों, निजी मेडिकल कॉलेजों और निजी क्षेत्र की यथोचित साझेदारी के साथ देश में जांच क्षमता का विस्तार किया गया है।’ इसके अलावा जांच बढ़ाने के लिए ट्रूनेट और सीबीएनएएटी जैसी अन्य मशीनों को भी लगाया गया है। वर्ल्डोमीटर्स के अनुसार भारत कोरोना वायरस की जांच की कुल संख्या के मामले में अमेरिका, रूस, जर्मनी, इटली, स्पेन और ब्रिटेन के बाद दुनिया में सातवें नंबर पर है, वहीं, प्रति दस लाख लोगों पर परीक्षण के मामले में यह बहुत पीछे 139वें स्थान पर है।

कोरोना: ट्रंप ने WHO को दी धमकी, सुधर जाओ

कोरोना: ट्रंप ने WHO को दी धमकी, सुधर जाओअमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने धमकी दी है कि अगर विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने अगले 30 दिनों में अपने अंदर वास्‍तविक सुधार का वादा नहीं किया तो अमेरिका WHO की फंडिंग से हमेशा के लिए हट जाएगा।

 

व्हाट्सएप पर समाचार प्राप्त करने के लिए यंहा टैप/क्लिक करे वीडियो समाचारों के लिए हमारा यूट्यूब चैनल सबस्क्राईब करे