एलान के बाद सरेंडर करने पहुंचे भीम आर्मी के पदाधिकारी, पुलिस नहीं जुटा सकी गिरफ्तार करने की हिम्मत

एलान के बाद सरेंडर करने पहुंचे भीम आर्मी के पदाधिकारी, पुलिस नहीं जुटा सकी गिरफ्तार करने की हिम्मत

राजद्रोह के आरोप में फरार चल रहे भीम आर्मी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मंजीत सिंह नौटियाल और घुन्ना बवाल के आरोपी राष्ट्रीय महासचिव कमल सिंह वालिया ने मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर करने का एलान किया। सुबह सरेंडर करने के लिए अपने-अपने घरों से निकले। हालांकि समय अधिक हो जाने के कारण सरेंडर नहीं कर सके, जबकि घुन्ना बवाल के एक अन्य आरोपी ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस फरार आरोपियों के एलान के बावजूद पकड़ने की हिम्मत नहीं जुटा सकी।

का प्रयोग करने तक का आह्वान किया था। यही नहीं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चेतावनी भी दी थी। इस मामले में बेहट थाना में मंजीत सिंह नौटियाल के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज हुआ था। तभी से मंजीत सिंह नौटियाल फरार चल रहा था। पिछले माह मंजीत सिंह ने अग्रिम जमानत की अर्जी भी कोर्ट में दी थी। जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था।
वहीं मंगलवार को मंजीत सिंह नौटियाल ने कोर्ट में आत्मसमर्पण करने की घोषणा की। यही नहीं अपने बेहट स्थित घर से कार में सवार होकर आत्मसमर्पण करने के लिए वह निकले भी। यही स्थित घुन्ना बवाल के वांछित चल रहे भीम आर्मी के कमल सिंह वालिया के साथ रही। कमल सिंह वालिया ने भी अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दी थी, लेकिन कोर्ट ने नामंजूर कर दी थी। जिस कारण  कमल सिंह वालिया ने रामनगर स्थित अपने घर से ही आत्मसमर्पण के लिए मंगलवार को कोर्ट जाने का एलान किया था। यहां तक कि अपना वक्तव्य भी जारी किया। मंजीत सिंह नौटियाल और कमल सिंह वालिया दोनों के ही कोर्ट में जाने की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि कोर्ट में पहुंचने में देर हो गई थी।

वहीं कमल सिंह वालिया के परिजनों का कहना है कि अब दीपावली के बाद सरेंडर किया जाएगा। इस संबंध में एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि कमल सिंह वालिया के खिलाफ जांच चल रही है। साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे हैं। साक्ष्य मिलने के बाद गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

भीम आर्मी को खत्म करना चाहती है सरकार : कमल सिंह वालिया

भीम आर्मी के राष्ट्रीय महासचिव कमल सिंह वालिया ने कहा है कि सरकार भीम आर्मी को बैन कर खत्म करना चाहती है। सरकार एक-एक कर भीम आर्मी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही है।

देहात कोतवाली क्षेत्र के ग्राम रामनगर में कमल सिंह वालिया ने जारी बयान में कहा कि सरकार बहुजन समाज के लोगों के मंदिरों को तोड़ रही है, महापुरुषों की प्रतिमाओं को तोड़ा जा रहा है, फिर भी बहुजन समाज के लोग चुप रहें यह नहीं हो सकता। बहुजन समाज के लोगों के सम्मान के लिए वह लगातार आवाज उठाते रहेंगे। जब तक बहुजन समाज को न्याय और सम्मान नहीं मिल जाता तब तक लड़ाई जारी रहेगी।

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