लेबनान में Pager Blast के पीछे ‘मिस्ट्री गर्ल’ क्रिस्टियाना बार्सोनी तो नहीं? उठे सवाल
न्यूज डेस्क: लेबनान में हुए पेजर ब्लास्ट की गूंज ने दुनियाभर का ध्यान खींचा है। इस घटना के बीच 49 साल की एक महिला, क्रिस्टियाना बार्सोनी-आर्किडियाकोनो (Cristiana Barsony Arcidiacono), अचानक चर्चा में आ गई हैं। इटली और हंगरी से ताल्लुक रखने वाली क्रिस्टियाना बुडापेस्ट की बीएसी कंसल्टिंग कंपनी की सीईओ हैं, और उन पर धमाके से जुड़े होने के आरोप लगाए जा रहे हैं। हालाँकि, उनकी मां ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
कंपनी के ताइवानी फर्म से संबंध
बीएसी कंसल्टिंग का ताइवानी कंपनी गोल्ड अपोलो से संबंध बताया जा रहा है, जो उन पेजर्स का निर्माण करती है जिनका उपयोग कथित रूप से लेबनान में धमाकों के लिए किया गया था। धमाके के बाद से क्रिस्टियाना को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। उनकी मां का कहना है कि क्रिस्टियाना का लेबनान के धमाकों से कोई संबंध नहीं है और उनकी बेटी के कंपनी के पेजर्स उन क्षेत्रों से होकर नहीं जाते जहां यह हमला हुआ।
धमाकों का असर और मौतें
लेबनान में हुए इन पेजर ब्लास्ट में 14 लोगों की जान गई और सैकड़ों घायल हो गए। इन विस्फोटों की वजह हिजबुल्लाह के लड़ाकों द्वारा उपयोग किए जाने वाले वॉकी-टॉकी और रेडियो सेट्स में हुई तकनीकी गड़बड़ियों को बताया जा रहा है। हालांकि, इस घटना की आधिकारिक जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि और जीवन
क्रिस्टियाना का जन्म सिसिली में हुआ और उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से पार्टिकल फिजिक्स में पीएचडी की है। फिलहाल वे बुडापेस्ट में रहती हैं और बीएसी कंसल्टिंग की प्रमुख हैं। धमकियों के चलते फिलहाल उन्हें पुलिस की सुरक्षा में रखा गया है और उन्हें मीडिया से दूर रहने की सलाह दी गई है।
अभी भी रहस्य बरकरार
इस पूरे मामले में क्रिस्टियाना का नाम सामने आने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ किसी ठोस सबूत के अभाव में स्थिति अब भी साफ़ नहीं है। लेबनान में हुए इस ब्लास्ट की जांच जारी है और दुनिया भर की नज़रें इस मामले पर टिकी हैं।