जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के लिए अमित शाह ने गांधी, अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों को ठहराया जिम्मेदार

जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के लिए अमित शाह ने गांधी, अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों को ठहराया जिम्मेदार

न्यूज डेस्क: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक जनसभा के दौरान विपक्षी नेताओं पर कड़ा हमला बोला। पुंछ जिले के मेंढर में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापित हो चुकी है क्योंकि पाकिस्तान अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से डरता है और गोलीबारी करने की हिम्मत नहीं कर सकता।

शाह ने कहा कि पहले की सरकारें पाकिस्तान के डर में जीती थीं, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र सरकार ने युवाओं के हाथों में हथियारों और पत्थरों की जगह लैपटॉप देकर आतंकवाद को खत्म करने का प्रयास किया है।

भाजपा उम्मीदवार मुर्तजा खान के समर्थन में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने दावा किया कि अब जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी क्षेत्रों में बंदूकों की आवाज़ नहीं गूंजेगी।

विपक्षी नेताओं पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा कि गांधी, अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव इन तीन परिवारों की राजनीति को खत्म करने का अवसर है।

अमित शाह ने यह भी आश्वासन दिया कि सीमा पर सुरक्षा के उपायों को और मजबूत किया जाएगा और बंकरों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने 1990 के दशक की सीमावर्ती गोलीबारी की घटनाओं को याद दिलाते हुए कहा कि अब पाकिस्तान गोलीबारी करने की हिम्मत नहीं करता, और अगर ऐसा हुआ तो उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

तीन दिवसीय दौरे पर निकले अमित शाह पुंछ के सुरनकोट, राजौरी के थानामंडी और जम्मू के अखनूर में अन्य जनसभाओं को भी संबोधित करेंगे। यह दौरा अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद हो रहे पहले विधानसभा चुनाव के दौरान हो रहा है।


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