मुंबई : महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की तैयारियों के बीच, बीजेपी ने ‘विजय संकल्प’ अभियान की शुरुआत की है। सोमवार को बीजेपी के अनुसूचित जाति विभाग द्वारा आयोजित इस अभियान में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि “कांग्रेस का मकसद हिंदू वोटों को बांटना है, जबकि मुस्लिम वोट उनके पास सुरक्षित हैं। हम सबके विकास की बात करते हैं।”
यह बयान मुंबई के दादर स्थित बीजेपी कार्यालय में आयोजित एक विशेष सम्मेलन के दौरान आया, जिसमें महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और बीजेपी नेता आशीष शेलार समेत कई बड़े नेता मौजूद थे। इस बैठक का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने किया, और इसका उद्देश्य 2024 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की विजय के लिए रणनीति बनाना था।
कांग्रेस पर लगाए गंभीर आरोप
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस ने पिछले 60 सालों में मुस्लिम समुदाय को सिर्फ वोटबैंक के रूप में इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने मुस्लिमों को गरीब बनाए रखा और उनकी भलाई के लिए कुछ नहीं किया। जबकि, मोदी सरकार ने सभी धर्मों के लोगों को समान रूप से विकास का लाभ दिया है, चाहे वह पानी, बिजली या घर हो।”
रिजिजू ने कहा, “कांग्रेस ने अल्पसंख्यक समाज के बारे में गलत नैरेटिव फैलाया है। इस मंत्रालय का मंत्री होने के नाते मेरा यह कर्तव्य है कि इस गलतफहमी को दूर करूं।”
‘संविधान का पालन हम करते हैं, कांग्रेस ने उसकी हत्या की’
रिजिजू ने कांग्रेस पर संविधान के प्रति गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ने अमेरिका में जाकर आरक्षण खत्म करने की बात कही थी, यह कांग्रेस की संविधान के प्रति निष्ठा पर सवाल खड़ा करता है। मोदी जी के नेतृत्व में हम संविधान का पालन करने वाले हैं।”
चुनावी राजनीति में हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण
रिजिजू ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा, “चुनाव के समय हिंदू-मुस्लिम की राजनीति कांग्रेस करती है, हम नहीं। हम तो सबके विकास की बात करते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि वह अनुसूचित जाति से आते हैं और बौद्ध समुदाय से अकेले मंत्री हैं, इसलिए वह कांग्रेस के झूठे आरोपों का खंडन करना जरूरी समझते हैं।
इस बयान से स्पष्ट है कि आगामी महाराष्ट्र चुनावों में बीजेपी का फोकस विकास और समावेशी राजनीति पर रहेगा, जबकि कांग्रेस को ध्रुवीकरण की राजनीति का आरोप झेलना पड़ सकता है।