कानपुर एनकाउंटर: हटाए गए डीआईजी एसटीएफ अनंत देव, चौबेपुर थाने का पूरा स्‍टाफ ट्रांसफर

कानपुर एनकाउंटर: हटाए गए डीआईजी एसटीएफ अनंत देव, चौबेपुर थाने का पूरा स्‍टाफ ट्रांसफर

 

  • कानपुर मामले में डीआईजी एसटीएफ अनंत देव का हुआ तबादला, भेजे गए पीएसी मुरादाबाद
  • कानपुर एनकाउंटर मामले में योगी सरकार ने लिया बड़ा ऐक्शन, अनंत देव का ट्रांसफर
  • विकास दुबे के सहयोगी जय के साथ अनंत देव की तस्वीरें सोशल मीडिया पर हुई थीं वायरल
  • हत्याकांड के बाद वायरल चिट्ठियों को लेकर तत्कालीन एसएसपी अनंत देव पर सवाल उठे थे

कानपुर
कानपुर के बिकरू गांव (Kanpur Encounter Case) का मामला सामने आने के बाद जिले में पुलिस अधिकारियों पर योगी सरकार (Yogi Government) लगातार कार्रवाई कर रही है। अब डीआईजी एसटीएफ अनंत देव (Anant Dev) का तबादला कर दिया गया है। उन्हें यहां से हटाकर पीएसी मुरादाबाद भेजा गया है। अनंत देव की तस्वीरें कानपुर के एक व्यवसायी जय बाजपेई के साथ सामने आने के बाद उन पर लगातार सवाल उठाया जा रहा था। दरअसल, जय बाजपेई की तस्वीरें एक बर्थडे पार्टी में विकास दुबे के साथ भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। इसके बाद जय बाजपेई से भी पूछताछ की गई। इसके साथ ही चौबेपुर थाने में पोस्टेड सभी सब इंस्पेक्टर, कॉन्स्टेबल और हेड कॉन्स्टेबल का पुलिस लाइंस में ट्रांसफर कर दिया गया है।

हत्याकांड के बाद वायरल चिट्ठियों को लेकर तत्कालीन एसएसपी अनंत देव पर सवाल उठे थे। इस पत्र मामले की जांच आईजी लक्ष्मी सिंह को सौंपी गई है। उधर, आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर (IPS Officer Amitabh Thakur) ने थाना चौबेपुर में हुई घटना के संबंध में डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी (DGP Hitesh Chandra Awasthi) को पत्र भेजकर तत्कालीन एसएसपी कानपुर अनंत देव (Anant Dev) पर कार्रवाई की मांग की थी।

NBT
इस पत्र को लेकर IPS ने उठाए सवाल
अमिताभ ने शहीद सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र के अनंत देव को लिखे गए एक पत्र के आधार पर सवाल उठाए हैं। अमिताभ ठाकुर ने कहा है कि इस पत्र में देवेंद्र ने अनंत देव को साफ तौर पर बताया था कि निलंबित एसओ विनय तिवारी का विकास के पास आना-जाना और वार्ता करना बना हुआ है।

बीहड़ों से बॉर्डर तक…विकास दुबे को ढूंढ रही है यूपी पुलिस, देखें वीडियोयूपी को दहलाने वाले कानपुर कांड का सबसे बड़ा मुलजिम अभी पुलिस के हत्थे नहीं लगा है। सीओ समेत 8 पुलिसवालों की हत्या में आरोपी विकास दुबे का पांच दिन से सुराग नहीं मिला है। कानपुर के बीहड़ों से लेकर नेपाल बॉर्डर तक पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स की 40 टीमें विकास को ढूंढ रही हैं।

शहीद सीओ के खत में सिग्नेचर असली नहीं: अनंतदेव
इससे पहले कानपुर मुठभेड़ (Kanpur Encounter) में ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले पुलिस उपाधीक्षक देवेंद्र मिश्रा का कथित एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसके बारे में कानपुर के तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंतदेव का कहना है कि इस तथाकथित पत्र में जो हस्ताक्षर हैं, वह सीओ मिश्र के हस्ताक्षर से नहीं मिलते। इस वायरल पत्र के मामले की जांच पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) लखनऊ लक्ष्मी सिंह को सौंपी गई है और उन्होंने जांच शुरू कर दी है।

कानपुर: गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गों का वीडियो आया सामने

कानपुर: गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गों का वीडियो आया सामनेकानपुर एनकाउंटर में मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गों का एक वीडियो सामने आया, जिसमें देखा जा सकता है की कैसे उसने अपने इलाके के लोगों को आतंकित किया हुआ था। उसके इलाके के लोग अपनी समस्याओं के हल के लिए पुलिस के पास जाने के बजाय उससे मिलने आते थे। वीडियो में गैंगस्टर विकास दुबे को ‘इन सभी को मार डालो’ चिल्लाते हुए सुना जा सकता है। उसके साथ उसके लगभग 100 गुर्गे भी थे, जिन्होनें कानपुर के बिकरू गांव में उसके घर के बाहर पुलिस टीम पर घात लगाकर हमला किया था। दुबे और उसके गुर्गों ने आठ पुलिसकर्मियों को बेरहमी से मार डाला था।


फरीदाबाद के एक होटेल में देखा गया विकास दुबे!

वहीं, हरियाणा के फरीदाबाद में पुलिस ने एक होटेल में विकास दुबे के होने के शक में छापेमारी की है। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। इस बात का अंदेशा जताया गया है कि विकास दुबे को फरीदाबाद के एक होटेल में देखा गया। हालांकि, जबतक वहां पुलिस पहुंची तबतक वह फरार हो गया। होटल के मालिक का कहना है कि यहां फायरिंग नहीं हुई है।

व्हाट्सएप पर समाचार प्राप्त करने के लिए यंहा टैप/क्लिक करे वीडियो समाचारों के लिए हमारा यूट्यूब चैनल सबस्क्राईब करे