अच्छी पहल: प्रबंधन ने खुद मदरसे को बनाया आइसोलेशन वार्ड, लोगों को डोर टू डोर पहुंचा रहे राशन

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच हर कोई मदद के लिए आगे आ रहा है। सहारनपुर के बेहट थानाक्षेत्र में घघरौली गांव में स्थित मदरसा जामिया रहमत में प्रबंधन ने खुद आइसोलेशन वार्ड तैयार किया है।

प्रबंधक एवं ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल के जिलाध्यक्ष मौलाना डॉ. अब्दुल मालिक मुगीसी ने एसडीएम को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि इस वक्त मुल्क मुश्किल दौर से गुजर रहा है। जरूरत पड़ने पर प्रशासन उनके मदरसे की पूरी बिल्डिंग को इस्तेमाल कर सकता है। उनसे जो भी संभव मदद हो सकेगी, वह करेंगे। कोरोना के खिलाफ जंग में वह सरकार और देश की जनता के साथ खड़े हैं।

उन्होंने बताया कि ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल लोगों की मदद के लिए डोर टू डोर राशन देने का काम कर रही है। उन्होंने लोगों से अपील की, कि सरकार के निर्देशों का कड़ाई से पालन करें।

कई मदरसे आए आगे, क्वारंटीन वार्ड बनाने की पेशकश
दारुल उलूम की अपील के बाद कई मदरसा प्रबंधकों ने सरकार और प्रशासन को आइसोलेशन वार्ड बनाने की पेशकश की है। इस पहल की जबरदस्त सराहना हो रही है।

दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी बनारसी प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर संस्था में आइसोलेशन वार्ड बनाने की पेशकश कर चुके हैं। साथ ही उन्होंने अन्य मदरसों से भी इसी तरह आगे आने की अपील की थी।

देवबंद के जामिया तिब्बिया मेडिकल कॉलेज के 100 बेड, देवबंद यूनानी मेडिकल कॉलेज के 100 बेड पहले से ही आइसोलेशन वार्ड में तब्दील हो चुके हैं। अब दारुल उलूम की अपील के बाद जामिया शेखुल हिंद के मोहतमिम असद खासवी भी आगे आए हैं। उनका कहना है कि प्रशासन चाहे तो मरीजों के इलाज के लिए उनके मदरसे का इस्तेमाल कर सकता है।

वहीं, मदरसा इस्लामिया असगरिया के प्रबंधक मौलाना सैयद जमील हुसैन, गंगोह के बुढ़नपुर गांव स्थित दारुल उलूम अल रशीदिया ट्रस्ट द्वारा संचालित मदरसे के प्रबंधक मौलाना मुस्तकीम चौधरी और गांव गुरुनानक पुरा स्थित मदरसा मदीना तुल उलूम के प्रबंधक मुफ्ती गयासुद्दीन ने भी अपने मदरसों को क्वारंटीन वार्ड में तब्दील करने की पेशकश प्रशासन से की है।

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