राहुल के बाद अब सोनिया गांधी का मोदी सरकार पर लापरवाही का आरोप

राहुल के बाद अब सोनिया गांधी का मोदी सरकार पर लापरवाही का आरोप

नई दिल्ली: अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी  ने शनिवार को कहा कि कोविड-19  महामारी एक राष्ट्रीय चुनौती है, जिसे दलगत राजनीति से ऊपर रखा जाना चाहिए, लेकिन एक साल के बाद भी सरकार लापरवाह बनी रही. सोनिया गांधी कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के दौरान बोल रही थीं, जिसे महामारी के मुद्दे पर चर्चा के लिए वर्चुअली बुलाया गया था. अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में उन्होंने कहा, ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने हमेशा माना है कि कोरोना वायरस महामारी से लड़ना एक राष्ट्रीय चुनौती है, जिसे पार्टी की राजनीति से ऊपर रखा जाना चाहिए. हमने फरवरी-मार्च 2020 से अपने सहयोग का हाथ बढ़ाया है.’

एक साल में भी तैयारी नहीं करने का आरोप
हालांकि हम इस तथ्य से इनकार नहीं कर सकते कि कोविड -19 महामारी की दूसरी लहर ने देश में रोष पैदा किया है. तैयार होने के लिए एक साल होने के समय के बावजूद, अफसोस की बात है कि लापरवाही की गई. उसने कहा कि देश के कई परिवार मुश्किल में हैं, जीवन और आजीविका समाप्त हो रही है और जीवन भर की कमाई स्वास्थ्य सेवाओं में खर्च हो रही है. सोनिया गांधी ने उन हजारों परिवारों के प्रति दुख जताया, जिन्होंने पिछले एक साल में इस महामारी से अपने प्रियजनों को खो दिया है.

चिकित्सा बिरादरी का जताया आभार
सोनिया ने कहा, ‘उनका दर्द और पीड़ा हमारा दर्द और पीड़ा है. स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और चिकित्सा बिरादरी के लिए आभार, जो गंभीर दबावों और जोखिमों के बावजूद अभूतपूर्व सेवा प्रदान कर रहे हैं. उनके कर्तव्य और समर्पण की भावना को सलाम.’ उन्होंने टीका निर्यात के लिए सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘भारत ने पहले ही लगभग 6.5 करोड़ कोविड -19 वैक्सीन की खुराक अन्य देशों को निर्यात की है. हमारे देश में दुनिया में सबसे अधिक संक्रमण दर को ध्यान में रखते हुए, टीका निर्यात को वापस लिया जाना चाहिए और हमारे नागरिकों की रक्षा के लिए प्राथमिकता दी जानी चाहिए?’

चीकाकरण का दायरा बढ़ाने की वकालत की
सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार को 25 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को टीका लगावाने की अपनी प्राथमिकता पर भी पुनर्विचार करना चाहिए. साथ ही साथ अस्थमा, एंजीना, मधुमेह, किडनी और यकृत की बीमारियों जैसे जोखिम वाले सभी युवा व्यक्तियों को भी टीका लगाना चाहिए. उसने कोविद में इस्तेमाल होने वाली दवाओं पर जीएसटी की छूट की मांग दोहराई.

पीएम मोदी को भी लिखा था पत्र
पार्टी सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चल रही बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और सीडब्ल्यूसी के दूसरे सदस्य शामिल हुए. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में कोरोना महामारी और इस स्थिति से निपटने के लिए उठाए जाने वाले जरूरी कदमों को लेकर चर्चा की गई. इसमें सरकार से जरूरी कदम उठाने की मांग को लेकर प्रस्ताव भी पारित किया जा सकता है. कांग्रेस कोरोना महामारी की स्थिति से निपटने के सरकार के तौर-तरीकों को लेकर उसकी आलोचना करती रही है. सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि कोरोना महामारी के खिलाफ टीकाकरण का विस्तार किया जाए.

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