उत्तर प्रदेश में नवरात्रि के नौ दिन महिलाओं को जागरूक करेगी पुलिस, एडीजी 1090 ने बनाई योजना

उत्तर प्रदेश में नवरात्रि के नौ दिन महिलाओं को जागरूक करेगी पुलिस, एडीजी 1090 ने बनाई योजना

लखनऊ । हाथरस कांड के बाद उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर उठते सवालों के बीच पुलिस ने जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय किया है। सूबे में 17 से 25 अक्टूबर के बीच महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों के प्रति लोगों को जागरूक करने का विशेष अभियान चलाया जाएगा। 17 अक्टूबर से ही नवरात्रि भी शुरू हो रही है।

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी और डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने शनिवार को लोकभवन में महिला सुरक्षा को लेकर अहम बैठक की, जिसमें एडीजी 1090 नीरा रावत ने विशेष अभियान को लेकर प्रस्तुतिकरण भी दिया। अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि चिकित्सा, उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा, श्रम व सेवायोजन, पुलिस, पंचायती राज, ग्राम विकास, सूचना व जनसंपर्क समेत अन्य विभागों को भी इस विशेष अभियान से जोड़ा गया है। महिलाओं व बच्चों को आत्मसुरक्षा के लिए जागरूक किया जाएगा।

एडीजी 1090 नीरा रावत ने बताया कि सभी जिलों में थानों की पुलिस व अन्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मदद से स्कूल-कॉलेजों में पोस्टर भी चस्पा कराए जाएंगे। विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए लोगों को महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा। एडीजी ने कहा कि महिलाओं व बच्चों की शिकायतों का त्वरित निस्तारण कराए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं। महिलाओं व बच्चों को उनके अधिकारों व उनसे जुड़े कानूनों की जानकारी भी दी जाएगी।

छात्राओं को आनलाइन दी जाएगी मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग : विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में पढ़ने वाली छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए मार्शल आर्ट की आनलाइन ट्रेनिंग दी जाएगी। छात्राएं छेड़खानी करने वाले शोहदों को अच्छे से सबक सिखा सकें इसके लिए यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से सभी विश्वविद्यालय व कॉलेजों को पत्र भेजकर इसकी तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं। नवरात्र में बेटियाें को खुद की रक्षा करने के लिए यह विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। यह ट्रेनिंग 17 अक्टूबर से लेकर 25 अक्टूबर तक चलेगी।

अलग-अलग समूह बनाकर आनलाइन ट्रेनिंग : कोरोना के कारण अभी उच्च शिक्षण संस्थान बंद हैं, ऐसे में आनलाइन ट्रेनिंग ही दी जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. राजीव पांडेय के मुताबिक पहले सभी संस्थानों के शारीरिक शिक्षकों को आनलाइन ही मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए सभी शारीरिक शिक्षकों का ब्योरा सोमवार तक मांगा गया है। फिर यह शारीरिक शिक्षक संस्थान में पढ़ रही समस्त छात्राओं में से न्यूनतम 20 प्रतिशत छात्राओं के अलग-अलग समूह बनाकर आनलाइन ट्रेनिंग देंगे।

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