बंगाल के मुर्शिदाबाद में दो समूहों के बीच भड़की हिंसा, कई इलाकों में 163 लागू, इंटरनेट भी बंद
पश्चिम बंगाल का मुर्शिदाबाद जिला एक बार फिर से सांप्रदायिक हिंसा को लेकर चर्चा में है। मुर्शिदाबाद के बेलडांगा इलाके में दो समूहों के लोगों के बीच झड़प हो गई जिसके बाद अधिकारियों को क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू करनी पड़ी है। जानकारी के मुताबिक, ये झड़प डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड पर कथित आपत्तिजनक संदेश को लेकर हुई है। पुलिस ने इस झड़प के मामले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। आइए जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में।
कैसे शुरू हुई झड़प?
एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी है कि बेलडांगा हुई झड़प में कुछ लोगों को मामूली चोटें आईं है। प्रभावित क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं। दो समूहों में झड़प तब शुरू हुई जब कार्तिक पूजा पंडाल के पास लगाए गए एक गेट पर लगे डिस्प्ले बोर्ड पर लिखे संदेश के बारे में एक समूह के लोगों को पता लगा। पुलिस ने बताया है कि झड़प में कथित रूप से शामिल 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
देसी बमों का भी इस्तेमाल
विवाद होने के बाद एक समूह इकट्ठा हो गया और झड़प शुरू हो गई। इस दौरान दोनों तरफ से एक-दूसरे पर पत्थर फेंके गए। जानकारी के मुताबिक, कई दुकानों और घरों में तोड़फोड़ की गई और देसी बमों का इस्तेमाल भी किया गया है। झड़प में एक पुलिस वाहन पर भी हमला हुआ, इसके बाद पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज किया। सुबह तक स्थिति पर काबू पर लिया और लेकिन इलाके में तनाव बना रहा है।
इंटरनेट सेवाएं निलंबित
पुलिस के मुताबिक, मुर्शिदाबाद के बेलडांगा और निकटवर्ती काजीसाहा और बेगुरबन इलाकों में BNS की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। वहीं, इलाके में इंटरनेट सेवाएं निलंबित हो गई हैं। इस झड़प के कारण सियालदह से मुर्शिदाबाद जाने वाली भागीरथी एक्सप्रेस कई घंटों तक फंसी रही। भाजपा ने इस घटना को लेकर ममला बनर्जी की सरकार पर निशाना साधा है तो वहीं, तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है और प्रशासन शरारती तत्वों की पहचान कर के कार्रवाई कर रही है।