भारत में चीनी कंपनी पर शिकंजा, दिल्ली, गुरुग्राम और बेंगलुरु में आईटी के छापे

भारत में चीनी कंपनी पर शिकंजा, दिल्ली, गुरुग्राम और बेंगलुरु में आईटी के छापे
  • भारत और चीन के दरमियान जारी सीमा विवाद के बीच आयकर विभाग दिल्ली, गुरुग्राम और कर्नाटक स्थित कंपनी के दफ्तर पर मंगलवार से लगातार छापेमारी कर रही है। बताया जाता है कि ये छापेमारी टैक्स चोरी की जांच के लिए की जा रही है।

नई दिल्ली: भारत और चीन के दरमियान जारी सीमा विवाद के बीच आयकर विभाग दिल्ली, गुरुग्राम और कर्नाटक स्थित कंपनी के दफ्तर पर मंगलवार से लगातार छापेमारी कर रही है. बताया जाता है कि ये छापेमारी टैक्स चोरी की जांच के लिए की जा रही है. आयकर विभाग इस कंपनी से संबंधित वित्तीय दस्तावेजों की छानबीन कर रही है. इसके अलावा इस कंपनी की अकाउंटबुक के अलावा इनके भारत में व्यापार और अंतरराष्ट्रीय लेन-देन की भी जांच की जा रही है.

इन कंपनियों पर छापे
आयकर विभाग मंगलवार से ही चीनी टेलिकॉम कंपनी हुवेई की  दिल्ली, गुरुग्राम और बेंगलुरु स्थित दफ्तर पर छापेमारी कर रही है. गौरतलब है कि इससे पहले पिछले वर्ष आयकर विभाग मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली कंपनी जियोमी और ओप्पो के दफ्तरों पर भी छापेमारी की थी. इस दौरान दावा किया गया था कि आयकर विभाग ने कंपनी से 6500 करोड़ रुपए की बेनामी  आय का पता लगाया था. बताया जाता है कि कंपनी ने ये पैसा भारतीय टैक्स कानूनों की धज्जियां उड़ाकर बनाया था.

54 चीनी एप्स को भी है बैन करने की तैयारी
भारत सरकार ने चीन को आईना दिखाते हुए 54 चीनी मोबाइल एप्लिकेशन को बैन करने का मन बना लिया है. केंद्र सरकार उन 54 चीनी मोबाइल एप्लिकेशन पर प्रतिबंध लगाने के लिए पूरी तरह तैयार है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं. गृह मंत्रालय के सूत्रों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी है. सूत्रों के मुताबिक, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने इन सभी एप्स की पहचान कर ली है. जिन एप्लीकेशन पर गाज गिरने की संभावना है, उनमें टेंसेंट, अलीबाबा और नेट इज जैसी प्रमुख चीनी तकनीकी कंपनियों से संबंधित हैं और इस्तेमाल में शामिल हैं, जैसे कि स्वीट सेल्फी एचडी, ब्यूटी कैमरा- सेल्फी कैमरा, इक्वलाइजर और बेस बूस्टर, टेंसेंट एक्स लीवर आदि. सूत्रों के मुताबिक इनमें से कई एप्लिकेशन 2020 में भारत सरकार की ओर से बैन किए गए ऐप्स का नया वर्जन हैं. वहीं, इस तरह की अटकलें भी लगाई जा रही है कि ताजा कदम भारत और चीन के बीच मौजूदा गतिरोध का नतीजा हो सकता है, जो लंबे समय से चल रहे सीमा विवाद की वजह से चरम पर पहुंचा हुआ है.

270 ऐप्स पहले से हैं प्रतिबंधित
2020 के बाद अब तक कुल 270 ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है. हालांकि, इस साल सरकार की ओर से चीनी एप्स को प्रतिबंधित करने का यह पहला मौका है.  एमईआईटीवाई ने जून 2020 में 59 चीनी ऐप्स को भारत की संप्रभुता, अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए प्रतिबंधित कर दिया था. इस सूची में लोकप्रिय स्मार्टफोन ऐप टिकटॉक, हेलो, वीचैट, केवाई, क्लैश ऑफ किंग्स, अलीबाबा का यूसी ब्राउजर और यूसी न्यूज, लाइक, बिगो लाइव, शाइन, क्लब फैक्ट्री और कैम स्कैनर के अलावा अन्य एप्स शामिल हैं.

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