बातचीत बेनतीजा? चीन ने LAC पर तैनात किए 20 हजार जवान, 10 हजार को बैकअप में पीछे रोका
सरकार की तरफ से एक सूत्र ने बताया कि चीनी सेना ने जवानों को दो डिविजन जिसमें करीब 20 हजार जवान हैं उन्हें एलएसी के ईस्टर्न लद्दाख सेक्टर में तैनात किया है। वहीं एक डिविजन को पीछे शिनजियांग में रखा गया है। यह इलाका करीब 1 हजार किलोमीटर दूर है। लेकिन चीन की तरफ जमीन समतल है इसलिए ये जवान बस 48 घंटे में सीमा तक पहुंच सकते हैं। बताया गया कि भारत चीनी हरकतों पर पैनी नजर रखे हुए है। भारत भी इलाके में एक और डिविजन की तैनाती पर विचार कर रहा है। पता चला है कि चीन आमतौर पर तिब्बत क्षेत्र में सिर्फ दो डिविजन तैनात रखता है। लेकिन अब वह दो डिविजन अतिरिक्त लाया है।
अक्टूबर तक खिंचता दिख रहा विवाद
दोनों तरफ से मुद्दे को जल्द सुलझाने के लिए मीटिंग्स का दौर भले चल रहा है लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा। एक्सपर्ट मानते हैं कि ऐसा सितंबर-अक्टूबर तक जारी रह सकता है, उसके बाद जब झील जम जाएगी यानी ठंड होगी तब सेना की वहां तैनाती में कमी आ सकती है। भारत और चीन के बीच पिछले 6 हफ्तों से बातचीत का दौर जारी है लेकिन चीनी जवान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
फिंगर एरिया में चीन ने जवानों की संख्या 18 और 19 मई को बढ़ाई थी। तब करीब 2500 चीनी जवान वहां पहुंचे जबकि भारत के कुल 200 जवान वहां झील किनारे तैनात थे। वहां भारतीय जवानों को पेट्रोलिंग करने से भी चीनी जवान रोकने की कोशिश कर रहे हैं।
पाकिस्तान भी लाया 20 हजार जवान
लद्दाख में भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच मौका देखते हुए पाकिस्तान ने गिलगित-बाल्टिस्तान में एलओसी के नजदीक सेना की दो डिविजनों को तैनात किया है। पाकिस्तानी सेना के एलओसी के नजदीक लगभग 20 हजार सैनिकों की तैनाती को भारत के ऊपर दबाव बनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि पाकिस्तान ऐसी हरकतें चीन के इशारों पर कर रहा है।
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