मां ने फोन पर कहा- तुझे देखना चाहती हूं, फिर त्याग दिए प्राण, जम्मू से यूपी पैदल चल पड़ा युवक
शुक्रवार दोपहर मां से मेरी बात हुई थी। मां ने इच्छा जताई थी कि वो एक बार मुझे देखना चाहती है। अब सुबह नौ बजे के करीब मुझे पता चला है कि मां गुजर चुकी है। ये शब्द उस बेटे के हैं, जो कहीं से भी मदद मिलती न देख शनिवार सुबह जम्मू संभाग के कटड़ा के ककरीयाल गांव से पैदल ही निकल पड़ा।
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के रहने वाले अंकित मौर्या ने कहा कि उसने अपने गृह जिला, जम्मू और रियासी में हेल्पलाइन नंबरों पर भी संपर्क किया, लेकिन कहीं से कोई सहायता नहीं मिल पाई। ऐसे में यहां से पैदल ही निकलने का फैसला लिया है।
ककरियाल में पेंटर का काम करने वाला पंकज कहता है कि उसने निजी ट्रांसपोर्टर से बात भी की, लेकिन लॉकडाउन के कारण वह बहुत ज्यादा पैसे मांग रहा है। मेरे पिता जी, और भाई वहां मेरा इंतजार कर रहे हैं।
किराए पर कार बुक करूं तो वह भी 50 हजार रुपये लेंगे
युवक ने कहा कि किराए पर कार बुक करूं तो वह 50 हजार रुपये लेंगे, जो दे पाना मेरे लिए संभव नहीं हैं। कहा कि बहन-बहनोई जम्मू में रहते हैं, उनसे बात हुई है। यह बात कहने के बाद वह वैष्णो देवी के आधार शिविर कटड़ा के ककरियाल गांव से पैदल निकल पड़ा। उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के कारण सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। कई लोग लॉकडाउन के बीच पैदल ही अपने घरों को लौट रहे हैं।
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