LIVE Kisan Andolan Update: सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर डटे किसान, गृहमंत्री अमित शाह का प्रस्ताव मंजूर नहीं

LIVE Kisan Andolan Update: सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर डटे किसान, गृहमंत्री अमित शाह का प्रस्ताव मंजूर नहीं

नई दिल्ली । दिल्ली से सटे हरियाणा के सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और यूपी से आए किसान डटे हुए हैं। इस बीच शनिवार शाम को केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के साथ सरकार तत्काल बातचीत को तैयार रहने का इशारा किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसानों से धरने के लिए निर्धारित बुराड़ी स्थित संत निरंकारी मैदान में पहुंचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि निर्धारित स्थल पर पहुंचने के अगले ही दिन वार्ता होगी वहीं, किसानों ने अमित शाह की इस शर्त को ठुकरा दिया है।

वहीं, पंजाब व हरियाणा के किसानों के प्रदर्शन के चलते सिंघु बॉर्डर सील है। इस वजह से यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। न दिल्ली के वाहन हरियाणा जा पा रहे हैं और न ही हरियाणा, पंजाब, हिमाचल से वाहन दिल्ली आ पा रहे हैं। न तो रोडवेज की बस चल रही हैं और न ही लोग निजी वाहनों से आवागमन कर पा रहे हैं। इस वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को कई-कई किलोमीटर पैदल चलकर रिक्शा आदि पकड़ने पड़ रहा है। एक हाथ में बच्चे को और दूसरे से सिर पर रखा सामान पकड़े महिलाएं जैसेतैसे खेतों के रास्ते से होते हुए दिल्ली पहुंच रहीं हैं। बुजुर्ग लोग भी भारी-भारी बैग लेकर कच्चे रास्तों से गुजरने को मजबूर हैं। कई बुजुर्ग तो राष्ट्रीय राजमार्ग से उतरते समय गिर भी गए। छोटे बच्चों से इतनी दूर चला भी नहीं जा रहा है। इसके अलावा हरियाणा से दिल्ली नौकरी करने जाने वाले लोग भी इस प्रदर्शन की वजह से घर में बैठे हैं।

राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोनों ओर ट्रकों की लंबी कतारें लगी हुईं हैं। बॉर्डर सील होने की वजह से मुकरबा चौक पर लोगों को जाम से भी जुझना पड़ रहा है। हरियाणा व पंजाब के वाहन आगे नहीं जा पा रहे हैं। इस वजह से वह मुकरबा चौक के फ्लाईओवर पर ही रुक जा रहे हैं। नतीजन जाम लग जा रहा है। शनिवार को मुकरबा चौक पर 5 मिनट का सफर तय करने में लोगों को घंटों लग गए। रोहिणी से आजादपुर व आजादपुर से अलीपुर जाने वाले रास्ते पर सबसे ज्यादा जाम रहा। हालांकि बाद में यातायात पुलिस की ओर से जाम खुलवा दिया।

भटकते रहे यात्री

जिन लोगों को हरियाणा के करनाल, यमुनानगर, अंबाला व पंजाब के जालंधर, लुधियाना आदि शहर जाना था, वह शनिवार को मुकरबा चौक पर इधर-उधर भटकते दिखे। न तो उनको दूसरे राज्यों में जाने के लिए बस मिल रही थी और न ही कोई निजी वाहन चालक उनकी मदद कर पा रहा था। बच्चों को लेकर वह कभी जीटीके डिपो तो कभी फ्लाईओवर की तरफ जा रहे थे, पर बॉर्डर सील होने की वजह से उन्हें निराशा ही हाथ लग रही थी।

व्हाट्सएप पर समाचार प्राप्त करने के लिए यंहा टैप/क्लिक करे वीडियो समाचारों के लिए हमारा यूट्यूब चैनल सबस्क्राईब करे