पाकिस्तान में मारा गया भारत का दुश्मन, लश्कर कमांडर अकरम गाजी को गोली मारकर उतारा मौत के घाट

पाकिस्तान में मारा गया भारत का दुश्मन, लश्कर कमांडर अकरम गाजी को गोली मारकर उतारा मौत के घाट

पाकिस्तान में लगातार अज्ञात हमलावर आतंकियों को अपना निशाना बना रहे हैं. गुरुवार को एक बार फिर से एक आतंकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस बार लश्कर के कमांडर को हमलावरों ने मौत के घाट उतार दिया.

New Delhi: आतंकवादियों का पनाहगाह बन चुके पाकिस्तान में ही अब उनका खात्मा होना शुरू हो गया है. दरअसल, गुरुवार को खैबर पख्तूनख्वा में अज्ञात हमलावरों ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अकरम खान उर्फ अकरम गाजी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. किसी आतंकवादी की हत्या की पाकिस्तान में एक सप्ताह के अंदर ये दूसरी घटना है. असलम गाजी भारत में मोस्ट वांटेड था. टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से बताया कि अकरम खान उर्फ अकरम गाजी 2018-2020 के बीच लश्कर-ए-तैयबा में लोगों को भर्ती करने वाला मुख्य आंतकी था.

पाकिस्तान में इन आतंकियों की भी हुई हत्या

बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब आतंकवादियों की पहानगाह बन चुके पाकिस्तान में किसी आतंकी को इस तरह से मौत के घाट उताया गया हो. इससे पहले भी पाकिस्तान में कई आतंकवादियों की गोली मारकर हत्या की गई. गुरुवार को अकरम गाजी को पाकिस्तान के बाजौर में अज्ञात हमलावरों ने कथित तौर पर गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया. अकरम लश्कर के टॉप कमांडर्स में से एक था जो लंबे समय तक आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा. अकरम गाजी से पहले मुफ्ती कैसर फारूक, खालिस्तानी आतंकी परमजीत सिंह पंजवड़, एजाज अहमद अहंगर और बशीर अहमद पीर जैसे तमाम आतंकवादियों की अज्ञात हमलावर गोली मारकर हत्या कर चुके हैं.

आतंकियों की कब्रगाह बनता जा रहा पाकिस्तान

पाकिस्तान में आतंकियों की लगातार हो रही हत्याओं के चलते पड़ोसी देश आतंकियों की कब्रगाह बनता जा रहा है. पिछले महीने ही भारत के एक और मोस्ट वांटेड आतंकी शाहिद लतीफ की भी पाकिस्तान में हत्या कर दी गई थी. इस हत्या को भी अज्ञात हमलावरों ने अंजाम दिया था. 2016 में पठानकोट एयर फोर्स स्टेशन पर हुए हमले का मास्टर माइंड लतीफ ही था. वह पाकिस्तान से बैठे-बैठे ही एयर फोर्स स्टेशन पर हमला करने वाले चार आतंकियों को निर्देश दे रहा था.

इसी साल 20 फरवरी को बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम को भी अज्ञात हमलावरों ने पाकिस्तान में गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था. बशीर अहमद जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले का रहना वाला था. वह हिजबुल मुजाहिदीन का लॉन्चिंग कमांडर था. लेकिन उसे रावलपिंडी में अज्ञात हमलावरों ने गोलियों से भून दिया. उसके बाद 22 फरवरी को एजाज अहमद अहंगर नाम के आतंकी को भी गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया. उसे अफगानिस्ता के काबुल में अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी. वह भारत में इस्लामिक स्टेट (आईएस) को फिर से शुरू करने के लिए अल कायदा के भी संपर्क में था.

वहीं इसी साल 26 फरवरी को अल बद्र के पूर्व कमांडर सैयद खालिद रजा की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई. कश्मीर में आतंकियों को ट्रेंड करने वाला अल बद्र एक कट्टर संगठन है, सैयद खालिद रजा घाटी में आतंक फैलाने का काम कर रहा था, लेकिन उसे कराची में उसी के घर के बाहर अज्ञात हमलावर ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया. उसके बाद 4 मार्च को सैयद नूर शालोबर नाम के एक आतंकी को भी पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था वह भी भारत का वांछित आतंकी था. शालोबार पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर कश्मीर में आतंकवाद फैलाने का काम करता था. वह नए आतंकियों को ट्रेनिंग देता था. इसी साल एक अन्य आतंकी मोहम्मद रियाज को भी जुमे की नमाज के दौरान एक अज्ञात हमलावर ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया.

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